उद्धव ठाकरे वज़ीर-ए-आला महाराष्ट्र के लिए शिवसेना उम्मीदवार

शिवसेना की जानिब से जारी किए गए एक बयान के मुताबिक़ सदर शिवसेना उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के वज़ीर-ए-आला के ओहदा के लिए पार्टी के उम्मीदवार होंगे। शिवसेना ने अपनी साथी जमात बी जे पी के सीनियर लीडर गोपी नाथ मुंडे पर भी तन्क़ीद की कि मौसूफ़ मर्कज़ी वज़ारत का क़लमदान हासिल करने के बावजूद भी महाराष्ट्र की वज़ारत आला की कुर्सी पर नज़र जमाए हुए हैं।

शिवसेना तर्जुमान संजय रावत ने कहा कि बी जे पी के साथ हमारी ये बात पहले ही तै होगई थी ताकि वज़ारत-ए-उज़मा का उम्मीदवार बी जे पी से होगा जबकि वज़ारत आला का उम्मीदवार शिवसेना से। लिहाज़ा पार्टी के तमाम कैडर्स यही चाहते हैं कि उद्धव जी वज़ारत आला के ओहदा पर फ़ाइज़ हो बशर्ते कि बी जे पीशिवसेना इत्तिहाद को कामयाबी मिले और वो बरसर-ए-इक़तिदार आए।

रावत ने कहा कि उद्धव जी ने हालाँकि ख़ुद कभी ये नहीं कहा कि वो वज़ीर-ए-आला बनना चाहते हैं लेकिन ये हमारी ख़ाहिश है कि आने वाले इलेक्शन में वो हमारी क़ियादत करें। यहां इस बात का तज़किरा भी दिलचस्प होगा कि सिर्फ़ दो रोज़ क़बल उद्धव ठाकरे के कज़न और एम एन एस लीडर राज ठाकरे ने भी ऐलान किया था कि वो इंतिख़ाबात लड़ेंगे और अगर उन की पार्टी ने वाज़िह अक्सरियत हासिल की तो वो वज़ीर-ए-आला भी बन सकते हैं।

ठाकरे ख़ानदान के किसी भी फ़र्द ने अब तक इंतिख़ाबात में हिस्सा नहीं लिया है। संजय रावत ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि इस मौज़ू पर अब तक बी जे पी से कोई बात नहीं हुई है यानी वज़ारत आला के उम्मीदवार या नशिस्तों की तक़सीम पर कोई बात नहीं हुई है लेकिन हमें यक़ीन है कि इस मौज़ू पर कोई तनाज़ा नहीं होगा, बी जे पी हमारी हलीफ़ और दोस्त है।

वज़ीर-ए-आला के उम्मीदवार अजीत पवार भी थे लेकिन लोक सभा इंतिख़ाबात में महाराष्ट्र के अवाम ने अजीत पवार को मुंहतोड़ जवाब है दूसरी तरफ़ राज ठाकरे भी हैं लेकिन हम यक़ीन से कह सकते हैं कि उद्धव जी का मुक़ाबला कोई भी नहीं करसकता। जब उन से ये पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में ठाकरे बमुक़ाबला ठाकरे देखने में आएगा जिस का जवाब नफ़ी में देते हुए रावत ने कहा कि अवाम तबदीली चाहते हैं और सिर्फ़ उद्धव ठाकरे ही क़ियादत के अहल हैं।

शिवसेना के तर्जुमान अख़बार सामना के अदारे में भी गोपी नाथ मुंडे पर जो मर्कज़ी वज़ीर बराए देही तरक्कियात हैं, महाराष्ट्र के वज़ीर-ए-आला बनने का ख्याल‌ रखने पर तन्क़ीद की गई थी। रियासती बी जे पी सदर वे वेंडर फडणवीस ने कहा कि बी जे पी ने मुंडे को तीन माह के लिए दिल्ली बतौर क़र्ज़ रवाना किया है और इसके बाद वो (मुंडे) महाराष्ट्र हुकूमत की बागडोर (वज़ीर-ए-आला) सँभालेंगे।