उम्र के मसला पर वज़ारत-ए-दिफ़ा से कोई लड़ाई नहीं

नई दिल्ली ०६ जनवरी (पी टी आई) उम्र के मसला पर वज़ारत-ए-दिफ़ा से तनाज़ा की इत्तिला को मुस्तर्द करते हुए फ़ौजी सरबराह जनरल वे के सिंह ने कहा है कि वो इस मसला पर अदालतों से रुजू होने पर ग़ौर नहीं कर रहे हैं। उन्हों ने कहाकि तारीख़ी पैदाइश का मसला उन की कारकर्दगी पर असर अंदाज़ नहीं होगा।

इन की सर्विस में फ़ैसला साज़ी की हैसियत रखने वाला ये तारीख़ पैदाइश का मसला सिर्फ उन की तशवीश का बाइस है। ये सारी फ़ौज के लिए तशवीश का बाइस नहीं है। वज़ारत-ए-दिफ़ा ने उन के मौक़िफ़ पर मबनी शिकायत को मुस्तर्द करदिया है कि उन्हों ने अपनी तारीख़ पैदाइश को 10 मई 1950 से तबदील करके 10 मई 1951किया था।

इस इक़दाम से उन्हें फ़ौजी सरबराह की हैसियत से मज़ीद 10 माह की ख़िदमात का मौक़ा मिलता है। इस मसला पर वज़ारत-ए-दिफ़ा और मेरे दरमयान कोई तनाज़ा नहीं है।