उर्दगान की अक्सरीयत ख़त्म, मख़लूत हुकूमत की कोशिशें शुरू

तुर्की के सदर तैयब रजब उर्दगान ने कहा है कि इंतिख़ाबात के नताइज से वाज़ेह हो गया है कि कोई भी जमात तन्हा इक़्तेदार सँभाल नहीं सकती। 13 बरस में पहली बार आम इंतिख़ाबात में अक्सरीयत खोने के बाद सदर की जमात जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी हुकूमत साज़ी की कोशिश कर रही है।

तुर्की के लिए ये नया दौर साबित हो सकता है। जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी इंतिख़ाब में कामयाब ही रही है क्योंकि उन्हों ने 40 फ़ीसद से ज़्यादा वोट हासिल किए हैं। किसी और जम्हूरीयत में जमातें इतने वोटों की ख़ाहां ही होती हैं।

अभी भी उन की पार्टी काफ़ी हद तक मक़बूल है और उन के हामी ज़्यादा तर मज़हबी और क़दामत पसंद तुर्क हैं जिन के ख़्याल में सदर और जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी उन के जज़बात की अक्कासी करते हैं। ताहम तेरह बरस से जारी पार्टी के वन मैन शो को बहुत नुक़्सान पहुंचा है।

ताहम अक्सरीयत खोने के बावजूद हुक्मरान पार्टी के रहनुमा और मुल्क के वज़ीरे आज़म अहमद दाऊद ओग़लो ने कहा है कि हर किसी को ये बात तस्लीम करनी चाहिए कि जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी ने इलेक्शन जीता है। उन्हों ने दीगर जमातों से अपील की वो नए आईन की तैयारी के अमल में शामिल हों।