तुर्की में वज़ीरे आज़म तैयब उर्दगान पर मुस्ताफ़ी होने के लिए दबाव बढ़ रहा है जबकि तुर्की के पब्लिक प्रासीक्यूटर मुअम्मर अक्कास का कहना है कि काबीना के वुज़रा को अपनी ज़द में लेने वाले बड़े बदउनवानी स्कैंडल की तहक़ीक़ात का केस उन से वापिस ले लिया गया है और उन्हें काम करने से रोक दिया गया है।
उधर इस्तांबूल में हुकूमत के ख़िलाफ़ करप्शन के इल्ज़ामात सामने आने के बाद मुज़ाहिरों का सिलसिला शुरू हो गया है। मुज़ाहिरीन ने एहतेजाजी रैली निकाली और वज़ीरे आज़म से स्तीफ़े का मुतालिबा किया।