उर्दू के लिए ज़ाहिद अली ख़ान की ख़िदमात नाक़ाबिल फ़रामोश

ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर सियासत और उनके मुआवनीन ज़हीरुद्दीन अली ख़ान और आमिर अली ख़ान की उर्दू ज़बान के लिए ख़िदमात को महबान उर्दू कभी फ़रामोश नहीं करसकेंगे।

इन ख़्यालात का इज़हार मुहम्मद इमतियाज़ इसहक़ सीनईर टी आर एस क़ाइद ने मुस्तक़र महबूबनगर पर उर्दू दानी इमतेहानात के मर्कज़ के मुआइने के मौके पर क्या।

शाह साहिब गट्टा पर उर्दू दानी इमतेहानात के मर्कज़ का मोअज़्ज़िज़ीन शहर ने मुआइना किया और ख़ुशी का इज़हार किया जिन में काबिले ज़िकर अबदुर्रहमान मौज़फ़ लेक्चरर मुहम्मद अबदुलअलीम सदर वक़्फ़ काम्प्लेक्स कमेटी , यूसुफ़ बिन नासिर कांग्रेस क़ाइद , हलीम बाबर सदर नशीन कहकशां , सय्यद मसऊद , मुहम्मद इक़बाल शामिल हैं। इमतियाज़ इसहक़ ने अपना ख़िताब जारी रखते हुए कहा कि आबिद अली ख़ान एजूकेशनल ट्रस्ट के ज़िम्मेदारान क़ाबिल मुबारकबाद हैंके वो उर्दू की बक़ा-ओ-तरक़्क़ी के लिए ठोस ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं।

उन्होंने अल्हम्दुलिल्ला सोसाइटी के ओहदेदारों को यकीन दिया कि वो एसे कामों को जारी रखें हुकूमत की तरफ़ से हर मुम्किना मदद के लिए मूसिर नुमाइंदगी के लिए वो तैयार हैं।

उन्होंने मज़ीद कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के सी आर ख़ुद रियासत में उर्दू के फ़रोग़ के लिए संजीदा हैं और वो कई एक इक़दामात रोबाअमल ला रहे हैं। इमतेहानात के कोआर्डीनेटर-ओ-ज़िम्मेदार अल्हम्दुलिल्ला सोसाइटी मुहम्मद बशीर ने मुख़ातिब करते हुए कहा कि महबूबनगर में इन इमतेहानात की शिद्दत से कमी महसूस की जा रही थी चुनांचे अबदुर्रहमान और अबदुलाअलीम के हुस्न तआवुन से एडीटर सियासत से मुलाक़ात करते हुए महबूबनगर मर्कज़ की मंज़ूरी हासिल की गई।

वक़्त की कमी के बावजूद 30 तलबा ने दाख़िला हासिल किया और शरीक इमतेहान रहे। आइन्दा इमतेहानात में 100 से ज़ाइद तलबा की शिरकत को यक़ीनी बनाने की मुम्किना कोशिश की जाएगी।