नाबालिग लड़की की इस्मतरेज़ि के इल्ज़ाम में जेल में बंद आसाराम की पैरवी कर रहे सीनियर वकील राम जेठमलानी की तरफ से अदालत में दी गई एक दलील के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर उनकी जम कर मुज़म्मत हो रही है। जेठमलानी ने आसाराम की जमानत के लिए दलील देते हुए कोर्ट में कहा था कि मुतास्सिरा लड़की ऐसी ‘संगीन बीमारी’ से मुब्तिला है, जो एक खातून को मर्द की तरफ खींच लाती है। उनके इसी बयान पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और ट्विटर पर जेठमलानी को निशाना बना कर किए जा रहे ट्वीट्स की बाढ़ सी आ गई है।
मशहूर मुसन्निफा तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट किया, ‘लड़की को ‘बीमारी’ है जो उसे मर्दों के पास खींच लाती है। इसलिए मर्द उसका रेप कर यह बीमारी ठीक कर रहे हैं?’
कई लोगों ने तो जेठमलानी की बराबरी दिल्ली गैंग रेप मामले में खातियोँ के वकील ए.पी.सिंह से कर डाली। सिंह ने हाल ही में एक बेहूदा बयान दिया था कि गैंग रेप की मुतास्सिरा लड़की रात में 11 बजे अपने बॉयफ्रेंड के साथ क्या करने गई थी? उन्होंने कहा था, ‘अगर मेरी बेटी या बहन होती तो मैं उस पर सरेआम पेट्रोल डालकर उसे जला देता।’
जेठमलानी के बयान पर ओपन मैगजीन के असोसिएट एडिटर राहुल पंडिता ने ट्वीट किया, ‘मेरे पास जेठमलानी के लिए एक इलाज है, लेकिन मैं इसे यहां शेयर नहीं कर सकता। शायद कोई सच में उनके साथ ऐसा कर डालेगा।’
मुसन्निफ (Author/ अदीब) गौतम चिंतामणि ने लिखा, ‘राम जेठमलानी कुएं में मौजूद ऐसे मेढक की तरह हैं, जो एक कदम आगे चलता है तो दो कदम पीछे चला जाता है। वह आसाराम के बचाव में कुछ भी कह सकते हैं।’
गौरतबल है कि आसाराम की जमानत अर्जी पर जोधपुर हाई कोर्ट में सुनवाई टल गई है। आसाराम की पैरवी करने पहुंचे सीनियर वकील जेठमलानी ने अदालत में मुतास्सिरा लड़की को बालिग करार दिया।
उन्होंने कहा कि लड़की की ज़हनी हालत ठीक नहीं है और बहकावे में आकर उसने आसाराम पर संगीन इल्जाम लगाए हैं। मालूम हो कि जिंसी इस्तेहसाल के इल्ज़ाम में आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल की हवा खा रहे हैं।