एएनएम स्कूल में वज़ीफा में हेराफेरी बेनक़ाब

गया 19 अप्रैल : प्रभावती अस्पताल के आहते में नर्सिंग की ट्रेनिंग के लिए चल रहे एएनएम स्कूल की ताल्बात से नाजायज़ तरीके से पैसे ऐंठने का मामला रौशनी में आया है। ताजा मामला इनकी वज़ीफा से जुड़ा है। मुब्य्ना तौर पर वज़ीफा के तौर पर 1400 रुपये के अदायगी के लिए ताल्बात से दस्तखत कराये गये, पर हाथ में सिर्फ 1200 रुपये ही दिये गये। यहां 66 तल्बा नर्सिंग की तरबियत ले रही हैं।

एदारे के संत कपूर के मुताबिक, 15-20 तल्बाओं को वज़ीफा की रकम अदायगी हो चुकी है। बाकी की अदायगी अभी नहीं हुआ है। अगर चे नाम नहीं छापने की अपील करते हुए एक नर्सिग स्टूडेंट ने वज़ीफा की रकम पा चुकी तल्बाओं की तादाद ज्यादा बतायी।

इस दरमियान, नर्सिंग एदारे की ढेर सारी ताल्बात इस मसले पर एदारे के इन्तेजाम के खिलाफ खड़ी हो गयी हैं। इनका कहना है कि जब तक पूरी रकम उन्हें नहीं दी जायेगी, अब वे वज़ीफा के पैसे नहीं लेंगी। काबिले ज़िक्र है कि यहां वज़ीफा की रकम का अदायगी सीधे तल्बाओं के बैंक अकाउंट में करने का तजवीज़ है। इसके बावजूद वज़ीफा के रुपये नकद दिये जा रहे हैं।

जुमेरात के दोपहर नर्सिग की ही एक स्टूडेंट ने एक अख़बार के दफ्तर में फोन कर वज़ीफा की रकम में गड़बड़ी की इत्तेला दी थी। रिपोर्टर ने नर्सिग स्कूल में पहुंच कर अपने सतह से मामले की पड़ताल की। जो हकिक सामने आये, वे चौंकानेवाले थे।

ज़्यादातर ताल्बात ने नर्सिग स्कूल की इंचार्ज ऋतु वर्मा के सामने एक सुर में कहा कि उन्हें वज़ीफा की रक़म 1400 की जगह 1200 रुपये ही दी जा रही है। तल्बाओं की एक और शिकायत थी। वह यह कि ‘जीरो बैलेंस’ एकाउंट खुलवाने के लिए भी इनसे 100-100 रुपये लिये गये।

सभी एकाउंट स्टेट बैंक में हैं। इसके बावजूद नकद अदायगी किया जा रहा है। कपूर से इस मामले में उनके मोबाइल (नंबर-9934094832) पर राब्ता करने पर उन्होंने अपने को बीमार बता कर मिलने से इनकार कर दिया।

वज़ीफा के मद में 1400 की जगह 1200 के अदायगी के सिलसिले में उन्होंने कहा कि इस मामले में वह बाद में बातचीत कर लेंगे। वैसे, एकाउंट खुलवाने के नाम पर 100-100 रुपये लिये जाने के तल्बाओं के इल्जाम को उन्होंने गलत बताया। बैंक अकाउंट में पैसे न भेज कर नकद दिये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक ही नाम की कई लड़कियां हैं, जिस वजह से अदायगी में दिक्कत होती है।