लखनऊ: इंटरनेट के इस युग में लोगों की आवाज बनकर उभरे सोशल मीडिया को दो-धारी तलवार कहा जाए तो कुछ गलत न होगा। एक तरफ जहाँ सोशल मीडिया हमें दुनिया भर की ख़बरों आदि से संपर्क बनाये रखने में मदद करता है वहीँ दूसरी और शरारती तत्वों के लिए भी कोई अफवाह उड़ाने के लिए एक कामगार सिद्ध होता है।
लेकिन सोशल मीडिया से अगर देश में सबसे ज़्यादा कोई परेशान है तो वो हैं देश के नेता। देश के किसी भी कोने में अगर कहीं कोई घटना होती है तो वो सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश में फैलते वक़्त नहीं लगता है। ऐसे में नेताओं और पार्टियों के लिए यह कितनी बड़ी चुनौती है इस बात को पत्रकारों से सांझा करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव।
अखिलेश ने कन्फेडरेशन ऑफ न्यूजपेपर्स एण्ड न्यूज एजेंसीज एम्पलाइज आर्गनाइजेशंस के सम्मेलन में बात करते हुए कहा: ‘‘हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। सोशल मीडिया बहुत तेजी से बढ़ रहा है। अगर मैं खुद ब्राडकास्टर बन जाउं तो यह आपके लिये कितनी बड़ी चुनौती होगी।’’
अपनी बात जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा: ‘‘जिस रफ्तार से चीजें बदल रही हैं, अगर मुझे लाखों लोगों तक बात पहुंचानी हो तो उसे सोशल मीडिया के जरिए मैं ही प्रसारित कर दूं। यह स्थिति आपके लिये चुनौती है। हालांकि हमने देखा कि पत्रकार साथी ट्विटर पर आ गये तो हमने भी पुलिस और अन्य विभागों को ट्विटर पर पहुंचा दिया।’’