हैदराबाद 01 रियासत के मैडीकल-ओ-इंजीनीयरिंग कॉलेजस में दाख़िला के हुसूल के लिए एमसीट 2013 EAMCET -2013)का 10 मई को इनइक़ाद अमल में लाया जाएगा और एमसेट 2013 के लिए 8 फ़बरोरी को बाक़ायदा तौर पर आलामीया जारी किया जाएगा । जबके ऑनलाइन बगै़र जुर्माना दरख़ास्तें पेश करने की आख़िरी तारीख़ 27 मार्च होगी और ऑनलाइन दरख़ास्तें पेश करने का 15 फ़बरोरी से आग़ाज़ होगा ।
इस मर्तबा एमसेट 2013 के लिए बाअज़ मामूली तबदीलीयां भी की गईं हैं । आज यहां जए एन टी यू हैदराबाद कैंपस वाक़्ये कुकटपली में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए एमसेट 2013 के मुजव्वज़ा प्रोग्राम की तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाते हुए प्रोफ़ैसर-ओ-डाक्टर एन वे रमना राव कन्वीनर एमसेट 2013-ओ-रजिस्ट्रार जवाहर लाल नहरू टकनालोक़जीकल यूनीवर्सिटी ने इस बात का इन्किशाफ़ क्या ।
इस मौके पर प्रोफ़ैसर रामेश्वर राव ,वाइस चांसलर जवाहर लाल नहरू टैक्नालोजीकल यूनीवर्सिटी हैदराबाद में मौजूद थे । उन्हों ने बताया कि 500 रुपये जुर्माना फ़ीस के साथ दरख़ास्त ऑनलाइन पेश करने की तारीख़ 8 अप्रैल ,एक हज़ार रुपये जुर्माना फ़ीस के साथ दरख़ास्त ऑनलाइन पेश करने की आख़िरी तारीख़ 17 अप्रैल ,(5000 )हज़ार रुपये जुर्माना फ़ीस के साथ ऑनलाइन दरख़ास्त पेश करने की आख़िरी तारीख़ 27 अप्रैल और दस हज़ार रुपये जुर्माना फ़ीस के साथ ऑनलाइन दरख़ास्त पेश करने की आख़िरी तारीख़ 7 मई मुक़र्रर की गई है ।
एमसट इंजीनीयरिंग के औक़ात 10 मई को सुबह 10 बजे ता एक बजे दोपहर और एमसेट मैडीसन के औक़ात दोपहर ढाई बजे ता साढे़ पाँच बजे शाम होंगे और हसब रिवायत एमसट इमतिहानी मर्कज़ पर एक मिनट ताख़ीर से पहूंचने वाले तलबा-ओ-तालिबात को भी एमसट में शिरकत की इजाज़त नहीं दी जाएगी । एमसेट का इनइक़ाद अमल में आने के बाद 12 मई को इबतिदाई की जारी की जाएगी और कोई एतेराज़ात-ओ-शिकायात की पीशकशी के लिए 18 मई आख़िरी तारीख़ होगी ।
उन्हों ने बताया कि 2 जून को बहरसूरत एमसेट रैंकस का ना सिर्फ़ एलान किया जाएगा बल्के रैंकस जारी कर दिए जाऐंगे । कन्वीनर एमसेट 2013 ने बताया कि एमसट हाल टिक्टस वेबसाइट के ज़रीये 25 अप्रैल से डाउनलोड किए जा सकते हैं और 8 मई हाल टिक्टस डाउनलोड कर लेने की आख़िरी तारीख़ होगी ।
डाक्टर एन वे रमना राव कन्वीनर एमसट ने अख़बारी नुमाइंदों के मुख़्तलिफ़ सवालात का जवाब देते हुए बताया कि एमसेट के लिए रियासत भर में पिछ्ले चंद साल पहले से ही 26 एमसट मराकज़ क़ायम किए जाते हैं लेकिन इस मर्तबा चार नए एमसेट इमतिहानी मराकज़ वनपरती (ज़िला महबूबनगर ) जंगाओं (ज़िला वरनगल )चित्तूर मुस्तक़र और भीमा वर्म (ज़िला मग़रिबी गोदावरी) में क़ायम किए जा रहे हैं इस तरह रियासत भर में एमसेट इमतिहानी मराकज़ की तादाद 26 से बढ़ कर 30 होजाएगी।