फुलवारीशरीफ : मंगल की शाम पटना एम्स से काम कर घर लौट रही 30 साला खातून के साथ मनचलों ने इशमतरेज़ि की कोशिश किया। अपनी आबरू बचाने के लिए खातून पहले चीखती हुई इधर-उधर भागी और फिर नहर में छलांग लगा दी। मौके पर ही पानी में डूबने से उसकी मौत हो गयी।
पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, बड़ी खगौल के रहने वाले संतोष चौधरी की बीवी मुन्नी देवी पटना एम्स के डॉक्टर्स क्वार्टर में दाई का काम करती थी। रोज की तरह वह मंगल की शाम एम्स से काम करने के बाद गोविंदपुर नहर रोड होते हुए अपनी ससुराल बड़ी बदलपुरा लौट रही थी। इस दौरान मनचलों ने गोविंदपुर नहर के पास उसे पकड़ लिया और गलत नीयत से ले जाने लगे।
खातून ने इसका मुखालिफत किया व चीखने लगी, लेकिन उसे बचाने कोई नहीं आया। वह अस्मत बचाने के लिए पास की नहर में कूद पड़ी, जिससे नहर की पानी में डूबने से उसकी मौत हो गयी। अंधेरे का फायदा उठा कर मनचले भाग खड़े हुए। मनचलों ने खातून के साथ मारपीट भी की थी। उसके जिश्म पर कई जगह चोट के निशान है। पुलिस खातून की लाश को नहर से निकाल कर थाना ले आयी।
फुलवारीशरीफ थाने में लाश के पास रोते अहले खाना ने बताया कि गोविंदपुर मुसहरी के आसपास शाम ढलते ही शराबियों का जमावड़ा शुरू हो जाता है। इस रोड से शाम के बाद लड़कियों और ख्वातीन का गुजरना दूभर हो जाता है। कई बार इसकी शिकायत मुक़ामी थाने में की गयी है. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। कहा कि बदमाशों ने पहले इशमतरेज़ि की कोशिश किया, लेकिन उसकी इज्जत बचाने कोई नहीं पहुंचा। जिस मुकाम पर वाकिया हुयी है, वहां शाम के बाद धूल उड़ाती गाड़ियां ही नजर आती हैं। सड़क किनारे झाड़-झंखाड़ और अंधेरे का बदमाशों ने पूरा फायदा उठाया और खातून के साथ मारपीट भी की।