एलर्जी अमराज़ पर क़ाबू पाने आलमी कोशिशें ज़रूरी

दुनिया भर में एलर्जी अमराज़ में बेतहाशा इज़ाफ़ा की तरफ तवज्जा दिलाते हुए मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत ग़ुलाम नबी आज़ाद ने आज कहा कि इस मसले से निमटने के लिए मुख़्तलिफ़ ममालिक से ताल्लुक़ रखने वाले माहिरीन को मुशतर्का कोशिशें करनी चाहीए ।

वर्ल्ड एलर्जी आर्गेनाईज़ेशन की चार रोज़ा इंटरनैशनल साइंटिफिक कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि दुनिया भर में दमे से 300 मुलैय्यन अफ़राद मुतास्सिर होरहे हैं ।

इस से सालाना 2 लाख 50 हज़ार फ़ौत होरहे हैं । उन्हों ने निशानदेही की कि 400 मुलैय्यन अफ़राद एलर्जी से होने वाली बीमारीयों में मुबतला हैं ।00 से 250 अफ़राद मुलैय्यन अफ़राद ग़िज़ा से होने वाली एलर्जी से मुतास्सिर हैं और आबादी का एक दसवां हिस्सा
दवाओं की एलर्जी से मुतास्सिर है ।

ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि हिन्दुस्तान में 20 ता 30 फ़ीसद अफ़राद एक से ज़ाइद एलर्जी अमराज़ में मुबतला हैं और इन में दिन बदिन इज़ाफ़ा होता जा रहा है ।

आली ,मुतवस्सित और कम आमदनी वाले ममालिक को मिल कर इस का हल तलाश करना चाहीए । दिअबेत्तीस क़लब के अमराज़ ,कैंसर और आरिज़ा तनफ़्फ़ुस के बढ़ते अमराज़ इंसानी सेहत केलिए संगीन चैलेंज बिन रहे हैं ।

सारी दुनिया से ताल्लुक़ रखने वाले तक़रीबन 1500 मंदूबीन ने इस कान्फ़्रैंस में शिरकत की । चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ,रियास्ती वुज़रा के अलावा तंज़ीम के सदर और अरकान कान्फ़्रैंस में शरीक थे।