कलबुर्गी। जिन सिद्धांतों को लेकर पूर्व विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा गत 50 वर्षों से राजनीति कर रहे थे, वे सिद्धांत भाजपा में शामिल होने के बाद चंद दिनों में गौण कैसे हो गए? इस बात का स्पष्टीकरण कृष्णा को देना होगा।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने यह बात कही है। यहां शनिवार को उन्होंने संवाददातों से रूबरू सवाल किया कि क्या इसका मतलब यह है कि गत 50 वर्षों के दौरान कृष्णा ने गलत सिद्धांतों के आधार पर राजनीति की है? जबकि यह हकीकत है कि कांग्रेस ने कृष्णा को विधायक, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, राज्यसभा सदस्य, केंद्रीय मंत्रीजैसे पद देकर सम्मानित किया है।
ऐसे में कृष्णा उनकी पार्टी में अनदेखी की शिकायत कैसे कर सकते हैं। इतने सारे पदों का उपभोग करने के बाद आज यही कृष्णा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व तथा उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। वे उचित समय पर कृष्णा के बयान का सटीक जवाब देंगे।
खरगे ने एस.एम. कृष्णा को चुनौती देते हुए कहा कि वह इस बात को जनता के सामने उजागर करें कि कांग्रेस में उनको कैसे और किसने प्रताडि़त किया?