रियासती उस्ताद तरबियत कॉलेज (बीएड कॉलेज) में दाखला के लिए एसटीइटी पास होना लाज़मी है। तालीम महकमा के तहकीक और तरबियत डायरेक्टर ने इससे मुताल्लिक सिम्त-हिदायत बीएड कॉलेजों को जारी कर दिया है। एसटीइटी पास होने के अलावा उम्मीदवारों की कम अज कम तालीमी काबलियत ग्रेजुएशन या पीजी में 50 फीसद होगी। महफूज मयार और मुफ्त मयार के उम्मीदवारों के लिए मार्क्स में पांच फीसद की छूट होगी।
नये कवानीन से 2013-14 सेशन में दाखला होगा। कॉलेजों को इश्तिहार निकालने का हिदायत भी जारी कर दिया गया है। रियासत में छह सरकारी बीएड कॉलेज हैं, जिनमें मुजफ्फरपुर, भागलपुर, सहरसा और छपरा में पढ़ाई हो रही है। गया और समस्तीपुर के बीएड कॉलेज बंद हैं।
इंतेखाब का अन्हसार भी एसटीइटी
तालिबे इल्म के इंतेखाब की बुनियाद एसटीइटी का मार्क्स ही होगा। इसी बुनियाद पर मेधा फेहरिस्त बनेगी। दो तालिबे इल्म का मार्क्स एक बराबर हुआ, तो मजीद उम्रवाले को तरजीह मिलेगी। एसटीइटी पास तालिबे इल्म 89607 हैं। इनमें 28925 ही तरबियत याफ्ता हैं। हर बीएड कॉलेज में 100-100 सीटें हैं। इनमें 50 सीटों पर मुख्तलिफ स्कूलों के गैर तरबियत याफ्ता मंसूबा असात्ज़ा का दाखला होगा, ताकि वे तरबियत असात्ज़ा की ज़मरे में आ जाएं। बीएड कोर्स के लिए इन कॉलेजों की फीस 12 हजार रुपये है।