अहमदाबाद। मुसलमानों और दलितों की एकता अभियान इन दिनों ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल की ओर से चलाई जा रही है। इस सहयोगी अभियान के तहत जगह-जगह रैली और सभा से इस बात का संदेश दिया जा रहा है कि मौजूदा दौर में जिस तरह से मुसलमानों और दलितों का शोषण हो रहा है, उनके साथ हिंसा के मामलले बढ़ रहे हैं, उन्हें देखते हुए अगर दोनों एकजुट हो जाएं तो एक बहुत बड़ी ताकत बन सकते हैं।
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार अहमदाबाद के सरखेज क्षेत्र में मौजूद सावन पार्टी हॉल में ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल की ओर से दलित मुस्लिम एकता महा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस में बड़ी संख्या में मुस्लिम और दलित समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मौजूद दलित समुदाय के लोगों का मुसलमानों से स्वागत करवाया गया तो वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों की दलित समुदाय के लोगों ने गुल पोशी की। इस अवसर पर दलित। मुस्लिम भाई। भाई के बुलंद नारों से हॉल गूंज गया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने विशेष रूप से दलित-मुस्लिम एकता को लेकर चर्चे किये और कहा कि भारत की आजादी के बाद दलित समुदाय के लोगों का साथ सबसे पहले मुसलमानों ने दिया था।
इस संबंध में ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के गुजरात इकाई अध्यक्ष मुफ्ती रिजवान तारापूरी ने कहा कि जिस तरीके से देश के हालात हैं, आज ऐसे गठबंधन की सख्त जरूरत है और इसी उद्देश्य से यह दलित मुस्लिम महा सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मौजूद दलित समुदाय के लोगों ने इस कार्यक्रम का स्वागत करते हुए कहा कि आज सरकार लोगों में आपसी मतभेद पैदा कर रही है लेकिन मिल्ली कौंसिल के बैनर तले आज हम लोगों ने गठबंधन की शपथ ली है।