हैदराबाद 11 नवंबर: चंद्रायंगुट्टा हमला मामले की समाअत के दौरान एक पंच गवाह ने अदालत में अपना बयान कलमबंद करवाया और अब्दुल्ला बिन यूनुस याफिी और ऊद याफिी के परिधान की पहचान की।
मलकपेट के निवासी 40 वर्षीय शेख अहमद ने सातवें एडिशनल मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश के समक्ष अपना बयान कलमबंद करवाया जिस में यह बताया कि उसे पुलिस ने मलकपेट याशोधा अस्पताल तलब किया था और उसकी उपस्थिति में अब्दुल्ला याफिी और ऊद के विभिन्न परिधान को जब्त किया।
वकील दिफ़ा एडवोकेट जी गुरुमूर्ति ने गवाह से जिरह की और इससे विभिन्न सवाल किए। जिरह के दौरान शेख अहमद ने बताया कि वह उर्दू मीडियम से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई की है तो इंग्लिश में लिखी पोस्टमॉर्टेम में मौजूद पाठ से वह अनजान है। गवाह ने इस मामले के एक आरोपी की जब्त बनियान में मौजूद छेद पर मतभेद पाया गया। उसने बताया कि बनियान में 4 छेद मौजूद है जबकि खोजी अधिकारी ने जब्त के दौरान 2 छेद मौजूद होने की बात बताई थी। जिरह के दौरान गवाह के बयान में एक और विरोधाभास पाया गया।
उसने पहले कहा कि सुरक्षा अधिकारी ने इंस्पेक्टर को आरोपियों के जब्त परिधान हवाले किए जबकि एक और बार इसी सवाल का जवाब देते हुए बताया कि सुरक्षा गार्ड ने इंस्पेक्टर को परिधान वितरित नहीं किए। शेख अहमद ने खुद को मजलिस पार्टी कार्यकर्ता होने से इनकार किया।