ओसामा के अफ़राद ख़ानदान पाकिस्तान से सऊदी अरब मुंतक़िल

अलक़ायदा के महलूक सरबराह ओसामा बिन लादेन के 14 अफ़राद ख़ानदान को आज पाकिस्तान बदर करते हुए सऊदी अरब रवाना कर दिया गया । ये मुंतक़ली ओसामा बिन लादेन की पहली बरसी से चंद दिन क़ब्ल अमल में आई है । उन्हें अमेरीकी कमांडोज़ ने गुज़शता साल 2 मई को एबटाबाद में एक कार्रवाई करते हुए हलाक कर दिया गया था ।

ओसामा के अफ़राद ख़ानदान को निस्फ़ शब के करीब इंतिहाई सख़्त सिक्योरिटी में चक लाला फ़ौजी अड्डा ( रावलपिंडी ) लाया गया था जहां सऊदी अरब का एक ख़ुसूसी तैय्यारा इन ख्वातीन और बच्चों को मुंतक़िल करने मुंतज़िर खड़ा था ।

सिक्योरिटी एजेंसियों ने ईस्लामाबाद के सेक्टर G – 6 में एक घर को मिनी बस रवाना की थी जहां ये अफ़राद मुक़ीम थे । इस बस में उन्हें एयर पोर्ट लाया गया था । ओसामा की बेवाओं ने भारी तादाद में सहाफ़ीयों की मौजूदगी में बस में सवार होने से इनकार कर दिया था । कई सहाफ़ी इस मकान के बाहर जमा हो गए थे ताहम ओहदेदारों ने मकान की खिड़कियों को प्लास्टिक शीट्स से बंद कर दिया था ।

टी वी चैनल्स पर फूटेज में दिखाया गया है कि दो ख्वातीन मुस्कुराती हुई बस की सामने की नशिस्त पर बैठी हैं। ये बस घर से रवाना हुई और एयर पोर्ट पहूँची । ओसामा की बेवा में दो सऊदी शहरी हैं जबकि तीसरी बेवा अमल अब्दुल फ़तह यमन की शोहरत रखती है ।

वज़ारत-ए-दाख़िला को इस ख़ानदान को पाकिस्तान बदर करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी । इस ने अपने एक ब्यान में कहा कि हुक्काम ने अदालती अहकाम की पाबंदी करते हुए ओसामा बिन लादेन के अफ़राद ख़ानदान को मुल्क बदर करने के अहकाम जारी किए थे ।

ब्यान में कहा गया है कि इन अफ़राद को एक गेस्ट हाउस में महफ़ूज़ रखा गया था और उन्हें उन की पसंद के मुल्क सऊदी अरब को रवाना कर दिया गया है । पाकिस्तानी इन्टेलीजेन्स एजेंसियों ने गुज़शता साल 2 मई को ओसामा की हलाकत के ख़िलाफ़ उन की बेवाओं और बच्चों को हिरासत में ले लिया था ।

हाल ही में एक सियोल अदालत ने उन्हें 45 दिन कैद की सज़ा सुनाई थी क्योंकि उन पर गैरकानूनी तरीका से पाकिस्तान में दाख़िला का इल्ज़ाम था । जज ने सज़ा की तक़्मील के बाद उन्हें पाकिस्तान बदर कर देने का हुक्म दिया था जिस की अब तकमील कर दी गई है ।