औरंगाबाद असलहा (हथियार) केस मज़ीद तीन अफ़राद की शनाख़्त ए टी इस का इद्दिआ(दावा)

महाराष्ट्रा पुलिस के इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी दस्ता ने आज मकोका की ख़ुसूसी अदालत से कहा कि उन्हों ने 2006 में औरंगाबाद में असलहा (हथियार) ज़बत किए जाने के मुआमला में मज़ीद तीन मुश्तबा अफ़राद का पता चला लिया है और उन्हें मुंबई हमलों के मुल्ज़िम ज़बीह उद्दीन अंसारी उर्फ़ अब्बू जिंदाल की मदद से गिरफ़्तार किया जाना है ।

ए टी इस ने अदालत से कहा कि इन मुश्तबा अफ़राद में एक शख़्स की टैंपो ड्राईवर की हैसियत से शनाख़्त हुई है । जब ख़ुसूसी जज एस एम मोडक ने जिंदल से सवाल किया कि आया उसे लीगल एड पै अनिल से किसी वकील की ख़िदमात की ज़रूरत है जिंदल ने कहा कि उसे इस मसला पर पहले अपने वालदैन से बात चीत करनी होगी ।

जज ने कहा कि जिंदल को अपने वालदैन से ए टी एस अमला की मौजूदगी में दस मिनट केलिए मुलाक़ात की इजाज़त दी जाती है और उसे अपने वालदैन के साथ औरंगाबाद असलहा (हथियार) की दस्तयाबी और मुंबई हमलों के केस के ताल्लुक़ से तबादला ख़्याल की इजाज़त नहीं होगी ।

अगर वो एसा करता है तो उसे वालदैन से बात चीत का मौक़ा ही नहीं दिया जाएगा । अदालत ने अब्बू जिंदल को 10 सितंबर तक के लिए ए टी उस की तहवील में दे दिया है ।