और बढ़ेगा प्याज का दाम

दारुल हुकूमत की मंडियों में प्याज की कीमत हर दिन बढ़ रही है। गुजिशता दो दिनों में इसकी कीमत में 10 से 12 रुपये का उछाल आया है। दो दिन पहले प्याज 40 से 43 रुपये किलो बिक रहा था। पीर के दिन रांची की मंडियों में प्याज 50 से 55 रुपये किलो बिका। आनेवाले दिनों में इसकी कीमत में और तेजी आयेगी।

थोक फरोशों का कहना है कि प्याज की कीमत नासिक से ही तेज है। वहां से ताज़ीर 40 से 45 रुपये किलो प्याज खरीद रहे हैं, जिसका असर रांची समेत पूरे मुल्क पर पड़ रहा है। रांची में आते-आते प्याज का भाड़ा और लोकल ट्रांसपोर्टेशन चार्ज की वजह से प्याज मंहगा बिक रहा है। दारुल हुकूमत में प्याज के 50 से ज़्यादा डीलर हैं। ये डीलर भी अपना मुनाफा जोड़ कर मंडियों तक प्याज की खेप पहुंचा रहे हैं।

दारुल हुकूमत में रोजाना 78 मिट्रिक टन प्याज की खपत है, जो मगरीबी बंगाल, झारखंड के पलामू, उत्तरप्रदेश और नासिक से पुरी की जाती है। सिर्फ प्याज ही नहीं, हरी सब्जियों की कीमत भी आम लोगों को रुला रही हैं। फूलगोभी, बंदगोभी, फ्रेंच बीन, बैंगन, हरी मिर्च, अदरक, लहसुन और दीगर सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। लोगों का कहना है कि अब तो सौ रुपये में एक किलो प्याज और एक किलो गोभी भी नहीं मिलती है। मालूम हो कि कांके, मांडर, इटकी, पिठौरिया, चुटिया, नामकुम, नगड़ी और दीगर इलाकों में हरी सब्जियां कसरत उपजायी जाती हैं।