औक़ाफ़ी जायदादों से गैर मजाज़ क़ब्ज़ों की बर्ख़ास्तगी के लिए क़ानूनसाज़ी का मंसूबा

लोक सभा और राज्य सभा की मुशतर्का पार्लीयामेंट्री कमेटी ने आज हैदराबाद में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में औक़ाफ़ी जायदादों की सूरते हाल का जायज़ा लिया। मुशतर्का पार्लीमानी कमेटी ने दोनों रियास्तों के अहम ओहदेदारों के साथ इजलास मुनाक़िद करते हुए औक़ाफ़ी जायदादों पर नाजायज़ क़ब्ज़े, अदालतों में ज़ेरे दौरान मुक़द्दमात और दीगर उमूर पर जानकारी हासिल की।

मर्कज़ी हुकूमत मुल्क भर में औक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ और नाजायज़ क़ब्ज़ों की बरख़ास्तगी के लिए क़ानूनसाज़ी का मंसूबा रखती है। पार्लीयामेंट्री कमेटी ने दोनों रियास्तों के ओहदेदारों को मुजव्वज़ा बिल की तफ़सीलात से वाक़िफ़ कराया और उसे मज़ीद मोअस्सर बनाने के लिए तजावीज़ हासिल की।

नाजायज़ क़ब्ज़ों की बर्ख़ास्तगी से मुताल्लिक़ मुजव्वज़ा बिल में दोनों रियास्तों के ओहदेदारान अक़लीयती बहबूद ने तहरीरी तौर पर तजावीज़ पेश की। मुजव्वज़ा क़ानून के तहत नाजायज़ क़ब्ज़ों की बर्ख़ास्तगी के लिए चीफ़ एग्ज़ीक्युटिव ऑफीसर को ज़ाइद अख़्तियारात दिए जाएंगे और वो पुलिस की मदद से नाजायज़ क़ब्ज़ों और ग़ैर मजाज़ तामीरात के ख़िलाफ़ कार्रवाई के मजाज़ होंगे।

कमेटी के अरकान ने बताया कि तमाम रियास्तों से तजावीज़ हासिल करते हुए उन्हें मुजव्वज़ा बिल में पेश किया जाएगा। बताया जाता है कि ग़ैर मजाज़ क़ब्ज़ों, ग़ैर मजाज़ तामीरात के ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई और सज़ा की गुंजाइश भी मुजव्वज़ा बिल में फ़राहम की जाएगी।