जुमेरात के रोज़ जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार के पिता ने , बिहार में अपने घर पर सुरक्षा को स्वीकार करने से इनकार कर दिया, और उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने छात्र संघ के चुनाव एबीवीपी(भाजपा का छात्र संगठन) के उम्मीदवार को हराया था जिसकी वजह से भाजपा और आरएसएस ने कन्हैया पर आरोप लगाये हैं उन्होंने कहा कि अलग विचारधारा का होने के कारण उनके बेटे का करियर तबाह किया जा रहा है |
कुमार के पिता जयशंकर सिंह ने बताया कि हमें सुरक्षा की ज़रुरत नहीं है पूरा गाँव हमारे साथ है |
जयशंकर, जो दो साल पहले हुए पक्षाघात(पैरालीसिस) की वजह से घर में ही रहते हैं ने कहा कि हमें सुरक्षा देने के बजाय मेरे बेटे को सुरक्षा दी जाए जिसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों ने बेरहमी से पीटा है |
कन्हैया के ऊपर पटियाला हाउस कोर्ट में वकीलों द्वारा हमला किये जाने के अगले दिन उनके घर पर सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे |
जेएनयूएसयू अध्यक्ष की माँ एक आंगनवाडी कार्यकर्ता हैं जो 4,000 रुपये प्रति माह कमाती हैं इसी से उनके परिवार की गुज़र बसर चलती है |
कन्हैया का पैतृक घर बेगूसराय के शहर मुख्यालय से लगभग 30 किमी दूर रौनी पुलिस थाने के अंतर्गत बिहट गाँव के मसूदपुर टोला में है |
जयशंकर ने कहा कि उनका पूरा परिवार और पड़ोसियों कन्हैया के बारे में चिंतित हैं और हम सब उसके लिए न्याय की मांग की करते हैं ।
कन्हैया के बड़े भाई मनिकांत कुमार ने असम में एक निजी फर्म में काम करता है इन दिनों वो घर वापस आ गये हैं और छोटा भाई प्रिंस कुमार दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा है |
बिहार में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से एमए साफ़ करने के बाद कन्हैया इंटरनेशनल स्टडीज में एमफिल करने के लिए 2011 में जेएनयू आया था वे पीएचडी के अंतिम वर्ष में है।