आरजेडी के रियासती जेनरल सेक्रेटरी डॉक्टर इकबाल अहमद ने प्रेस बयान में कहा के शाह की अमली कब्रिस्तान, मुगल की मस्जिद जिसे जनताई मस्जिद भी कहते हैं मस्जिद के तीन तरफ से कब्रिस्तान है जिसका प्लॉट नंबर 788 लेटर नंबर 222 वर्ड नंबर 65 है। वहाँ के मुक़ामी लोगों ने इस कब्रिस्तान की घेराबंदी के सिलसिला में कई बरस पहले पटना के डीएम को कई बार दरखास्त दी मगर कोई फाइदा नहीं हुआ। कोई कारवाई होता नज़र नहीं आने पर मिस्टर अहमद ने उर्दू अखबरात का सहारा लिया। जिस के बाद एडिशनल सुप्रीटेंडेंट पोलिस ने अपने मकतूब नंबर 142 तारीख 16 नवंबर 2011 को ख्वाजा कलाँ थाना को हिदायत दी गयी। ख्वाजा कलाँ थाना ने भी मकतूब ने भी मकतूब नंबर 216 तारीख 5 फरवरी को जांच रिपोर्ट सुप्रीटेंडेंट ऑफ पोलिस पटना को भेज दी। मगर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मिस्टर अहमद ने कहा के चुंके इस मुहल्ला में रहने वाले लोगों की ज़्यादा तादाद गरीबी की सतह से नीचे की है और उनकी माली हालत अच्छी नहीं है। इस लिए हुकूमत से गुजारिश है के इस कब्रिस्तान की घेराबंदी जल्द से जल्द कराये।