बंगलुरु: नोट बदलने को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बीच कमीशन पर नोट बदलने का एक और मामला सामने आया है, बेंगलुरु से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक ऑफिसर को गिरफ्तार किया गया है. आरबीआई के दफ्तर में तैनात सीनियर स्पेशल असिस्टेंट के. माइकल की गिरफ्तारी एक करोड़ 51 लाख 24 हजार रुपये के पुराने नोट को नए नोट में बदलने के मामले में की गई है. सीबीआई ने कमीशन लेकर नोट बदलने के आरोप में आरबीआई अधिकारी समेत दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इन लोगों से करीब 17 लाख कैश भी बरामद किया है.
नेशनल दस्तक के अनुसार, सीबीआई ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बेंगलुरु में आरबीआई शाखा में सीनियर स्पेशल असिस्टेंट के पद पर तैनात के माइकल को कमीशन लेकर नोट बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इसके अलावा दो अन्य लोगों को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. आरबीआई सूत्रों के मुताबिक ये लोग दलालों के साथ मिलकर ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम कर रहे थे.
इन दो अन्य लोगों में से एक हवाला ऑपरेटर केवी वीरेंद्र को 2000 रुपए के नए नोटों की शक्ल में जब्त हुए 5.70 करोड़ रुपयों के संबंध में कर्नाटक से उसके परिसर से गिरफ्तार किया है.
प्रारंभिक जांच में वीरेंद्र ने इस संबंध में कई लोगों के नाम बताए हैं और सीबीआई उन लोगों से कथित हवाला ऑपरेटर के संबंध के सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है. सूत्रों ने बताया कि छह दिन की पूछताछ के दौरान सीबीआई वीरेंद्र से उसके परिसर में मिले दस्तावेजों के आधार पर सवाल पूछेगी और यह जानने की कोशिश करेगी कि इन कोषों का स्रोत क्या है. इस पूछताछ से इस कांड में कई और वरिष्ठ बैंक अधिकारियों के शामिल होने का पर्दाफाश हो सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने चार बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वीरेंद्र को बेंगलुरू की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां उसे पूछताछ के लिए छह दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया.