कर्नाटक-ओ-आंध्र प्रदेश में रूसी एटमी रिएक्टर्स

सरकारी ज़राए ने कहा हैके आंध्र प्रदेश और कर्नाटक ने अपने पास रूसी एटमी तवानाई रीएक्ट्रस के क़ियाम के लिए अराज़ी फ़राहम करने से दिलचस्पी का इज़हार किया है। क़ब्लअज़ीं मग़रिबी बंगाल के हरीपुर में इन प्लांटस के क़ियाम का फ़ैसला किया गया था लेकिन एहतेजाज के सबब वहां इस प्रोजेक्ट पर काम का आग़ाज़ नामुमकिन होगया था।

इन दो रियासतों के मुसबित जवाब पर हुकूमत ने इतमीनान की सांस ली है जो इस मक़सद के लिए मग़रिबी बंगाल, केराला और ओडीशा से भी रुजू हुई थी ताहम इन रियासतों ने पस-ओ-पेश का इज़हार किया था। रूस, हिंदुस्तान में 12 न्यूक्लीयर तवानाई रीएक्ट्रस तामीर करना चाहता है।

रूस के सदर पुतिन ने पिछ्ले साल दिसंबर में दौरा-ए-हिंद के मौके पर इस ज़िमन में इसरार भी किया था। एक सीनीयर सरकारी ओहदेदार ने कहा कि मग़रिबी बंगाल, केराला और ओडीशा ने एटमी तवानाई प्लांटस के क़ियाम पर पस-ओ-पेश का इज़हार किया लेकिन कांग्रेस के ज़ेर इक़तिदार रियासत कर्नाटक के अलावा एन डी ए की हलीफ़ तेलुगु देशम पार्टी के ज़ेर इक़तिदार आंध्र प्रदेश ने इस प्रोजेक्ट पर अपनी दिलचस्पी का इज़हार किया है।

इन प्लांटस के लिए पानी एक अहम ज़रूरत है चुनांचे दूर दराज़ के इलाक़ों के बजाये साहिली अज़ला का इंतेख़ाब किया जाता है। मर्कज़ ने अमरीकी कंपनी जमी ई हताश के तआवुन से आंध्र प्रदेश में एक एटमी तवानाई प्लांट के क़ियाम के लिए कोवडा टाउन का पहले ही इंतेख़ाब करचुकी है।