बीदर, २६ सितंबर ( एजैंसीज़) कर्नाटक के साबिक़ (पूर्व) वज़ीर मिस्टर सग़ीर अहमद पर दो अफ़राद ने उस वक़्त क़ातिलाना हमला किया जब वो अपने भतीजे अफ़्सर अहमद के साथ चिकमगलूर की मदीना मस्जिद से बाहर निकल रहे थे । हाला कि वो क़ातिलाना हमले में बच गए लेकिन शदीद तौर पर ज़ख़मी हो गए हैं ।
शख़्सी मुख़ासमत ( आपसी झगड़े) हमले की वजह बताई जा रही है । तफ़सीलात के मुताबिक़ सग़ीर अहमद के वालिद मरहूम अल्हाज अबदूर रज़्ज़ाक़ ने मस्जिद को वक़्फ़ के हवाले कर दिया था । सग़ीर अहमद के बड़े भाई मुहम्मद अबदुर रहमान मस्जिद के इंतिज़ामी उमोर के निगरानकार थे और एक अर्सा तक ये काम अंजाम देते रहे ।
उन के इंतिक़ाल के बाद उन के बेटे ने ये ज़िम्मेदारी सँभाल ली । सग़ीर अहमद ने मस्जिद की तज़ईन नौ ( नए सिरे से बनाने ) और तौसीअ के लिए लाखों रुपय ख़र्च किए उन्होंने अपने भतीजे अफ़्सर अहमद से मस्जिद के एकाउंटस दिखाने की ख़ाहिश की थी जिसे उन्होंने ग़ैर इतमीनान बख्श पाया ।
जिस के बाद मिस्टर सग़ीर अहमद ने वक़्फ़ बोर्ड से नुमाइंदगी करते हुए एक नगर इनकार की तक़र्रुरी करवाई जिस की वजह से मुम्किन है कि अफ़्सर अहमद के दिल में अपने चाचा के तईं दुश्मनी का जज़बा ( भावना) पैदा हुआ हो । बहरहाल पुलिस इस मुआमला की तहक़ीक़ात कर रही है और हक़ायक़ जल्द मंज़र-ए-आम पर आ जाऐंगे ।