इस वक्त की एक और बड़ी खबर कर्नाटक के नाटक से जुड़ी आ रही है। कांग्रेस और जेडीएस के बीच मंत्रिमंडल को लेकर तकरार और बढ़ गई। जेडीएस ने साफ कर दिया सीएम का पद देने का ये मतलब कतई नही सारे महत्वपूर्ण डिपार्टमेंट कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को दे दिया जाए। जेडीएस गृहमंत्रालय अपने पास रखने पर अड़ी है।
कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के बीच कई अहम मंत्रालय खासकर वित्त और गृह मंत्रालय को लेकर झगड़ा है। यह दोनों मंत्रालय कांग्रेस अपने पास रखना चाहती है, पर जेडीएस तैयार नहीं है। इसके साथ अन्य मंत्रालयों को लेकर भी दोनों पार्टियों के बीच मतभेद है। इसलिए, कुमारस्वामी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार लगातार टल रहा है।
पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से इस मुद्दे पर चर्चा की है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि शुरुआत में कांग्रेस के चार-पांच वरिष्ठ मंत्री जेडीएस के मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं।
पार्टी के कोटे से अन्य मंत्रियों को जून के दूसरे सप्ताह में शपथ दिलाई जाएगी। क्योंकि, पार्टी मंत्रिमंडल में सभी क्षेत्रों के प्रतिनिधित्व के साथ जातीय समीकरणों को भी ध्यान रखना चाहती है। ताकि, पूरे प्रदेश में संदेश दिया जा सके।