कर्नाटक में असैंबली चुवाव‌ केलिए सयासी तय्यारिया शुरू

माह डिसमबर में असैंबली चुनाव‌ के ऐलान के इमकानात के पेश नज़र कर्नाटक के कई साबिक़ वुज़रा( मंत्री ) और अहम सयासी क़ाइदीन(लीडर) ने चुवाव‌ में हिस्सा लेने और टिकट हासिल करने केलिए त्यारियां शुरू करदी हैं । इन अहम क़ाइदीन(लीडर) में इस वक़्त सर लिस्ट‌ पहले वज़ीर( मंत्री ) आली कर्नाटक मौजूदा मर्कज़ी वज़ीर ख़ारिजा(विदेश मंत्री) एस एम किष्णा का नाम सामने आरहा है । बताया जाता है के मिस्टर एस एम किष्णा ने हलक़ा(मंडल) असैंबली मुदव्वर के सोमन पली वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करवा लिया है ।

इसके अलावा उन्होंने अपनी अहलिया (बीवी)प्रेमा किष्णा का नाम भी इसी बूथ के वोटर लिस्ट में शामिल करवा लिया है । मिस्टर कीष्णा की इन तैयारीयों से साफ़ ज़ाहिर हो रहा है के अब वो दुबारा रियासत की सियासत में आना चाहते हैं । वाज़ेह हो के मिस्टर किष्णा ने रियासत में वज़ीर( मंत्री )आली का ओहदा सँभालने के बाद जब दुबारा असैंबली इंतेख़ाबात (चुनाव‌) हुए थे मुदव्वर हलक़ा(मंडल) से इंतेख़ाब नहीं लड़ने का ऐलान किया था और चामराज नगर हलक़ा (मंडल)से इंतेख़ाब लड़कर कामयाबी हासिल की थी ।

लेकिन अब वो मुदव्वर में कांग्रेस पार्टी को दवा बर्रा मुस्तहकम(जमे) करने की जानिब त्तव‌जा दे कर इस हलक़ा (मंडल) से असैंबली चुनाव‌ लड़ने की तय्यारी कर रहे हैं । एक और मर्कज़ी वज़ीर( मंत्री ) मल्लिकार्जुन खरगे वज़ीर बराए मेहनत जो वज़ीर आली के ओहदे के दावेदार (खय‌श्मंद)हैं ने चीता पर हलक़ा(मंडल) से इंतेख़ाब(चुनाव‌) लड़ने की तय्यारी पहले ही करचुके हैं । मिस्टर एस एम कीष्णा का ये नज़रिया है के ओलड मैसूर इलाके में इस वक़्त कांग्रेस में नई जान डालती है इस इलाके पर जनतादल का असर बढ़ता जा रहा है । इस की ताक़त को तोड़ने इन का रियासत की सियासत में आना ज़रूरी है और फिर इस पूरे इलाक़े में बी जे पी को भी करारी शिकस्त दी जा सकती है ।

मिस्टर किष्णा ने पिछ्ले माह दो तीन बार मुदव्वर का दौरा किया था । जहां उन्हों ने अपने हामियों(सथियो) के साथ मुशावरत (विचार )भी की थी वो जब भी मैसूर के दौरा पर आए हैं मुदव्वर में क़ियाम किया है । उन्हें ये एहसास होगया है के अगले इंतेख़ाबात (चुनाव‌) में कांग्रेस की जीत के क़वी(ताक़त ) इमकानात(सम्भावना ) हैं । उसे हालात में वो नहीं चाहते के मुदव्वर हलक़ा(मंडल) असैंबली का टिकट अपने ख़ानदान के अलावा किसी दूसरे को दिया जाय और इमकान है के वो ख़ुद ही इंतेख़ाब (चुनाव‌) में हिस्सा लेंगे और अगर इंतेख़ाब (चुनाव‌) से करीब उस ख़सूस में कोई एतराज़ होतो उसी सूरत में वो अपनी बीवी को ही हलक़ा हज़ा का टिकट दिलाने की कोशिश करेंगे ।

किष्णा ने तकरीबन 50 बरसों से मुदव्वर हलक़ा (मंडल)में अपनी सयासी काबिलियत का मुज़ाहरा किया है । अलावा अज़ीं वो इलाक़ा हज़ा के सेनियर‌ क़ाइद(लीडर) समझे जाते हैं और अब दुबारा वो इस इलाक़ा में वो अपने ख़ानदान की सयासी गिरिफ़त मज़बूत करना चाहते हैं । साबिक़ (पहले)वज़ीर(मंत्री) आज़म क़ाइद (लीडर)जनता दल इस उच्च डी देवेगौड़ा के समधी डी सी तमन्ना को इस एम किष्णा ने अपना हल्क़ा इंतख़ाब हदूद छोड़ दिया था ।

लेकिन उन के यहां आने के बाद कांग्रेस को मुस्तहकम(मज़्बूत) बनाने के ज़िमन में कोई तवज्जा(ध्यान) नहीं दी गई । यही नहीं मौसूफ़ ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर बी जे पी में शमूलीयत(शमिल) इख़तियार करली थी और इस हलक़ा में कांग्रेस को बेसहारा छोड़ दिया था । इस एम किष्णा का ये अज़म(इरद‌) है के अगले इंतेख़ाब (चुनाव‌) में मण्डया ज़िला को कांग्रेस का मज़बूत क़िला बना दिया जाय और मुदव्वर हलक़ा(मंडल) से इंतेख़ाब में हिस्सा लेकर ही वो अपनी ये ख़ाहिश पूरी करसकते हैं ।

इधर के आर पेट असैंबली हलक़ा(मंडल) से जनतादल इस लीडर एच्च डी रियोना अपनी बीवी भवानी रियोना को जे डी एस के टिकट पर खड़ा करना चाहते हैं । रुकन( मेम्बर) पार्ल्यमंट चलवा रएआ स्वामी मनडबा ज़िला के तलमनगल हलके से चुनाव‌ लड़ने की तय्यारी करचुके हैं और सिरी रंगा पट्टन में कूमार स्वामी साबिक़ वज़ीर आली दुबारा वजए लक्ष्मी बंडी सद्य गौड़ा को जनतादल इस का टिकट देने का इरादा कर चुके हैं ।

एक दूसरी इत्तिला के बमूजब कनड़ा फ़िल्म स्टार अमबेरश भी असैंबली चुनाव‌ लड़ने का इरादा रखते हैं । मण्डया असैंबली हलक़ा पर उन की नज़र है । पारलीमानी इंतेख़ाब में अपनी शिकस्त के बाद अंबरीश ने मण्डया पारलीमानी हलके की जानिब पिछ्ले चार साल से ध्यान‌ नहीं दी थी