हागकाग। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम कि तरफ से 2004 में सोनिया गाधी को प्रधानमंत्री बनाए जाने के बारे में उनके खुलासे पर तनकीद(आलोचना) कि है। स्वामी ने कहा कि कलाम ने जो भी दावें किए है वो सच्चाई से दूर है।
फर्स्ट पोस्ट को दिए गये अपने एक इन्टरव्यु में सुब्रमण्यम स्वामी ने कलाम से उस खत को जाहिर करने की माग की है जिसे उन्होंने 17 मई 2004 को सोनिया गाधी को लिखा था।
कलाम के खत में इस बात का साफ पैगाम था कि प्रधानमंत्री बनने के सोनिया गाधी के दावे को पूरा नहीं किया जा सकता है। स्वामी ने पहले भी ये दावा किया था कि इस खत के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नटवर सिंह को जानकारी थी।
उन्होंने कहा कि, कलाम ने ये माना है कि उनके पास लोगों, संस्थाओं और सियासी पार्टीयों की तरफ से कई ई-मेल और खत आए थे, जिसमें सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री का ओहदा दिए जाने कि मुखालिफत कि गइ थि, लेकिन वो कहते हैं कि ये मागें तवज्जु के काबिल नहि थी।
बावजूद इसके सोनिया ने उन्हें बताया कि वो मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री के ओहदे पर बिठाना चाहेंगी और ये मेरे लिए खुशी का मौका था और राष्ट्रपति भवन के सचिवालय को चिट्ठिया फिर से तैयार करनी पड़ीं। स्वामी ने कहा कि अगर कलाम कि तरफ से इन चिट्ठियों को जाहिर नहीं किया जाता है तो ये इतिहास के लिए अच्छा नहीं होगा।