इस दौरान हिंदूस्तान ने सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी के अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में कश्मीर के बारे में किए गए रीमारकस को खारिज करते हुए इद्दिआ किया कि कश्मीरी अवाम ने जमहूरी तरीक़ों की मुताबिक़त में अपनी क़िस्मत का पुरअमन अंदाज़ में इंतिख़ाब करलिया है।
मोतमिद ख़ारिजा रंजन मथाई ने कहा कि जम्मू-ओ-कश्मीर हिंदूस्तान का अटूट हिस्सा है और इस मसले पर मुल्क का मौक़िफ़ सब पर अयाँ है। इस मसले पर हमारा उसूली मौक़िफ़ भी पर इस्तिक़लाल रहा है।