श्रीनगर: दुनिया में कहीं भी इतना लंबा कर्फ्यू कभी नहीं लगा है जितना कश्मीर में। आज कश्मीर में कर्फ्यू लगे 51 दिन हो गए हैं। कर्फ्यू के चलते कश्मीर में दुकानें, कारोबार ठप हो चुका है और स्कूल, कॉलेज बंद पड़े हैं। 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में लोगों और कुछ शरारती तत्वों द्वारा भड़काई जा रही हिंसा इस हद तक पहुंच चुकी है कि वहां अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 4000 आम कश्मीरी और 6500 जवान घायल हो चुके हैं। देश के खिलाफ ही जंग लड़ रहे कश्मीर में 15 लाख लोग हिंसा और कफ्यू से प्रभावित हैं। इस मामले पर बात करते हुए मन की बात कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर हिंसा का जिक्र किया और कहा कि कश्मीर में अगर किसी यूथ या जवान की जान जाती है तो ये भी देश का नुकसान होगा क्योंकि यह देश कश्मीर को इसी देश का हिस्सा मानता है। कश्मीर की जनता इस बात को समझें कि ये जंग अपनों की अपनों के खिलाफ ही लड़ी जा रही है। 8 जुलाई से स्कूल-कॉलेज बंद हैं और नौकरी करने वाले बेबस होकर घरों में बैठे हैं। हालांकि मस्जिदों में कर्फ्यू स्कूल खोल दिए गए हैं। हाल ही में होने वाली आम लोगों की शादियां टाली जा चुकी हैं। मोदी ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर मेरी जितनी पार्टियों से बात हुई, उससे एक बात साबित होती है- एकता और ममता में काफी बल है। आपको बता दें कि कश्मीर में अलगाववादियों ने 1 सितंबर तक के लिए हड़ताल का कैलेंडर जारी कर दिया है।