कसीर ब्रांड रीटेल में 51 फ़ीसद ( प्रतिशत) रास्त ग़ैरमुल्की सरमाया कारी

नई दिल्ली, १५ सितंबर (पी टी आई) बड़े पैमाने पर इस्लाहात का फ़ैसला करते हुए हुकूमत ने आज सयासी एतबार से ख़तरा से भरपूर कसीर ब्रांड रीटेल शोबा में 51 फ़ीसद ग़ैरमुल्की रास्त सरमाया कारी (Investors/ निवेशक) की इजाज़त देने का फ़ैसला किया जबकि ग़ैरमुल्की एयरलाईंस ने 49 फ़ीसद सरमाया कारी की इजाज़त दी गई।

इसके नतीजा में हुकूमत की पालिसी के पैमाने मुक़र्रर किए जाऐंगे। हुकूमत ने हैरतअंगेज़ फ़ैसला का ऐलान करते हुए जो मर्कज़ी काबीना ( केंद्रीय मंत्रीमंडल) और काबीनी कमेटी बराए मआशी उमूर के इजलास में किए गए हैं, अपनी कलीदी हलीफ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ साथ कलीदी अपोज़ीशन बी जे पी और बाएं बाज़ू की पार्टीयों की ब्रहमी ( गुस्सा) मोल ली।

मर्कज़ी हुकूमत ने पहले बाअज़ ग़ैरमुल्की सरमाया कारी गुज़शता साल नवंबर में मुतआरिफ़ (प्रारम्भ) करवाने की कोशिश की थी, लेकिन इस की तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अपोज़ीशन पार्टीयों की जानिब से सख़्त मुख़ालिफ़त की बिना पर फ़ैसले से दसतबरदारी इख़तियार कर ली गई।

कल डीज़ल की क़ीमत में इज़ाफ़ा और सब्सीडी पर फ़राहम किए जाने वाले गैस सिलेंडरों की तादाद में तख़फ़ीफ़ के बाद हुकूमत का ये ताज़ा फ़ैसला मंज़र-ए-आम पर आया है, जिस की हुकूमत की हलीफ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के इलावा बैरूनी ताईद फ़राहम करने वाली समाजवादी पार्टी, बाएं बाज़ू की पार्टीयों और कलीदी अपोज़ीशन बी जे पी की जानिब से सख़्त मुख़ालिफ़त की जा रही है जबकि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज इस फ़ैसला को जायज़ क़रार देते हुए कहा कि इन फ़ैसलों का मक़सद मआशी फ़रोग़ और रोज़गार के मवाक़े ( मौके) में इज़ाफ़ा करना है।

उन्होंने कहा कि क़ौमी मुफ़ाद के तहफ़्फ़ुज़ के इक़दामात किए जा चुके हैं, जिन्हें तमाम शोबों की ताईद हासिल है। सी पी आई एम के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करत ने रीटेल शोबा में बाअज़ ग़ैरमुल्की सरमायाकारी की इजाज़त देने के फ़ैसला पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि ये इक़दाम मुल्क के लिए तबाहकुन साबित होगा और इस से लाखों छोटे दुकानदार कारोबार बंद करने पर मजबूर हो जाएंगे।