क़ानून हक़ तालीम पर अमल आवरी में हुकूमत नाकाम

जगत्याल 02: दलित, एससी, एसटी, बी सी , मआशी तौर पर पिछड़े हुए तबक़ात को क़ानून हक़ तालीम के तहत बुनियादी तालीम से लेकर आला तालीम तक मुफ़्त तालीमी सहूलयात फ़राहम करना हुकूमत की ज़िम्मेदारी है।

इस सिलसिले में चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने एससी, एस टीज़ की तरक़्क़ी के लिए सब प्लान को रूबा अमल लाते हुए उनकी तरक़्क़ी के लिए फ़ंडज़ मुख़तस करते हुए एस्बम्ली में क़रा रिदा दाद मंज़ूर करवाए जो काबिल-ए-सिताइश इक़दाम है लेकिन अगर हुकूमत को हक़ीक़त में उन से सच्ची हमदर्दी है तो उन्हें तालीमी सहूलयात के लिए दूर-ए-हाज़िर को मद्द-ए-नज़र रखते हुए उनके बच्चों को ख़ानगी मदारिस के शोबा में 25% इंग्लिश मीडियम में दाख़िले दिलवाकर हुकूमत की तरफ से उनके माली अख़राजात बर्दाश्त करने का साबिक़ रियास्ती वज़ीर टी जीवन रेड्डी ने रियास्ती हुकूमत से मुतालिबा किया।

इन ख़्यालात का इज़हार आज अपने घर पर एक प्रेस कांफ्रेंस से मुख़ातब करते हुए जीवन रेड्डी ने इस सिलसिले में चीफ़ मिनिस्टर को तहरीर करदा मकतूब बताते हुए कहा।

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में दो साल पहले क़ानून हक़ तालीम को रूबा अमल लाया गया लेकिन मर्कज़ और रियासत दोनों हुकूमतें इस क़ानून पर अमल आवरी में सद फ़ीसद नाकाम हैं।

ख़ानगी इंग्लिश मीडियम मदारिस में 25 फ़ीसद दाख़िलों को यक़ीनी बनाने का हुकूमत से पुरज़ोर मुतालिबा किया। इस मौके पर बंडा शंकर, डी रमेश बाबू और दुसरे मौजूद थे