बांग्लादेश में इस्लामिस्ट आक्रमक द्वारा किये गए रेस्तरां के हमले में 29 लोगो ने जान गवाईं।
वही शिशिर सरकर सिर्फ इसलिए बच गया क्यूंकि उसे क़ुरआन की कुछ सूरत आती थी।
शिशिर बताता है की ईद से कुछ ही दिन पहले वो शुक्रवार का दिन था।
होली अर्टिसन बेकरी, गुलशन में ओ, किचन और ढाका लेफिस्ट वहा के मश्हूर रेस्तरां हैं। और शाम के समय यह रेस्तरां जापानी और इटली के लोगो से भरे हुए होते हैं।
शाम का समय था अचानक पांच आक्रमक शूटिंग करने लगे और लोगो पर नुकीले हत्यारो से वार करने लगे।
शिशिर सरकर हौली अर्टिसन का शेफ था जब उसने चीखो के आवाज़ सुनी तब वो किचन से बाहर आ रहा था। वह बताता है की मैंने एक ही हमलेवार को देखे उसके हाथ मव तलवार थी और बन्दूक उसकी छाती पर बन्धी हुई थी।
वह बताता है की मैं हिन्दू हूँ इस कारण मैं और डरा हुआ था लेकिन मुझे क़ुरआन के कुछ सूरत याद थी। इसलिए मैं बच गया।