नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने हाल ही में आये चुनावी नतीजों को बीजेपी की जीत मानने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने कांग्रेस के प्रदर्शन पे निराशा जताई.
हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए कांग्रेस में बड़े बदलावों की मांग करने वालों में शामिल हो गए हैं। हालांकि उन्होंने सोनिया गांधी के पार्टी प्रमुख के पद पर बने रहने की वकालत करते हुए कहा कि राहुल गांधी पर इस बात का फैसला छोड़ दिया जाना चाहिए कि वह पार्टी की कमान कब संभालना चाहते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने गांधी परिवार का बचाव करते हुए कहा कि हार की जिम्मेदारी ‘‘पार्टी में सभी की है।’’ उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति सचिवालय में फेरबदल के साथ कांग्रेस कार्य समिति और प्रदेश इकाइयों में बदलावों में बदलाव का भी समर्थन किया और कहा, ‘‘कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है’’ कमलनाथ ने ‘इंडिया टुडे’ के एक कार्यक्रम में करण थापर से कहा, ‘‘सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष के पद पर बना रहना चाहिए और राहुल गांधी को इस बात पर फैसला करना चाहिए कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद कब संभालेंगे।’’ उन्होंने पार्टी में वंशवादी शासन की बात को खारिज करते हुए कहा कि गांधी परिवार के लोग लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए हैं और कांग्रेस में लोकतंत्र पर वंशवाद को तरजीह नहीं दी जाती।
कमलनाथ ने कहा, ‘‘पार्टी ने फैसला किया है कि राहुल गांधी अगले अध्यक्ष होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गांधी परिवार के लोग कांग्रेस का नेतृत्व करते रहेंगे क्योंकि पार्टी ने सोनिया और राहुल गांधी को अपना अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष निर्वाचित किया है।’’ कमलनाथ ने कहा कि वह ‘‘इसे लेकर पार्टी के फैसले का पूरी तरह समर्थन करते हैं।’’ उन्होंने असम में भाजपा की जीत को लेकर कहा, ‘‘मैं इसे भाजपा की जीत के तौर पर नहीं देखता। भाजपा बेकार में इसका ढोल पीट रही है।’’
(भाषा से प्राप्त इनपुट)