कांग्रेस कि नाकामी पर‌ हाईकमान फ़िक्रमंद, आज किरण और बोतसा से बातचीत

* पहले तेलंगाना, फिर जगन और दुसरे चैलेंजों से निमटने पर ध्यान दें
हैदराबाद को राष्ट्रपती शासन वाला इलाक़ा क़रार देने या रॉयल तेलंगाना बनाने की तजवीज़, सोनीया गांधी मश्वरें करने में मसरूफ़
हैदराबाद। ( सियासत न्यूज़) सदर कांग्रेस मिसिज़ सोनीया गांधी राजय‌ के तीनों इलाक़ों के लिडरों से तेलंगाना पर बातचित‌ कर रही हैं। दिल्ली में हैदराबाद को राष्ट्रपती शासन वाला इलाक़ा क़रार देने या रॉयल तेलंगाना बनाने की राय‌ के ताल्लुक़ से अफ़्वाहें हैं।इमकान है कि चीफ़ मिनिस्टर और सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी 28 जून को दिल्ली पहूंच जाएंगे।

केन्द्रीय मंत्री वायलार रवी ने कांग्रेस के एमपी मिस्टर के.एस.राउ की क़ियामगाह पर सीमा आंधरा के कांग्रेस लिडरों से मुलाक़ात की जबकि तेलंगाना के कांग्रेस लिडरों ने केन्द्रीय पैट्रोलीयम मंत्री मिस्टर एस.जय‌ पाल रेड्डी से मुलाक़ात की।

सदर कांग्रेस मिसिज़ सोनीया गांधी आंधरा प्रदेश में हुए उपचुनाव‌ में सत्तादार‌ कांग्रेस पार्टी के नाक़िस मुज़ाहिरे पर फ़िक्रमंद हैं और कांग्रेस पार्टी को मजबुत करने के लिए सब से पहले उन के सामने तेलंगाना बड़ा मसला है। पार्टी सुत्रो ने बताया कि तेलंगाना पर कोई फ़ैसला होने के बाद जगन के इलावा दुसरे चैलेंजों से निमटना कांग्रेस के लिए आसान होजाएगा।

राष्ट्रपती चुनाव‌ की सरगर्मीयों के बावजूद सदर कांग्रेस मिसिज़ सोनीया गांधी की तरफ‌ से आंधरा प्रदेश की नुमाइंदगी करने वाले तीनों इलाक़ों के चुने गए लिडरों को दिल्ली तलब करके रियासत की ताज़ा सियासी सूरत-ए-हाल पर बातचित‌ और रियासत की तक़सीम के ताल्लुक़ से उन की राय हासिल की जा रही है।

कांग्रेस सुत्रो ने बताया कि पार्टी सदर मिसिज़ सोनीया गांधी ने तेलंगाना मसले को हल करने का फ़ैसला किया है। पार्टी के सामने दो रायें हैं हैदराबाद को राष्ट्रपती शासन वाला इलाक़ा बनाते हुए राजय‌ को तेलंगाना और सीमा आंधरा में तक़सीम कर दिया जाए या फिर रॉयल तेलंगाना बनाया जाए, इस मसले पर पार्टी हाईकमान ने एक हिक्मत-ए-अमली तैयार की है। इस तरह वो पहले अपनी राय आंधरा प्रदेश के कांग्रेस लिडऱों के सामने पेश करने के बजाए उन की क्या राय है इस से वाक़फ़ीयत हासिल करने की कोशिश कर रही है।

इन मश्वरों पर कांग्रेस पार्टी लिडर समेत‌ रियासत की दूसरी अपोज़ीशन पार्टीयो के मौक़िफ़ का भी जायज़ा लिया जा रहा है कि कौन्सा फ़ैसला पार्टी के हक़ में बेहतर होगा। तेलंगाना के कांग्रेस लिडरों से ये सवाल‌ भी किया जा रहा है कि अलग तेलंगाना राजय बना देने की सूरत में क्या टी आर एस कांग्रेस में मिल जाएगी।

सुत्रो ने बताया कि इलाक़ा आंधरा के बेशतर लिडर‌ अलग तेलंगाना राजय‌ की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं और हैदराबाद को राष्ट्रपती शासन वाला इलाक़ा क़रार देते हुए रियासत की तक़सीम से इत्तिफ़ाक़ कर रहे हैं। इलाक़ा राइलसीमा के लिडर‌ रियासत की तक़सीम की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं, इन लिडरों का कहना है कि अगर राजय‌ की तक़सीम कांग्रेस की मजबूरी है तो वो राइलसीमा तेलंगाना बनादें। जबकि तेलंगाना लिडर‌ हैदराबाद को सदर मुक़ाम बनाते हुए अलग तेलंगाना राजय बनाने का मुतालिबा कर रहे हैं।

इन लिडरों का कहना है कि मुत्तहदा आंधरा के बावजूद सीमा आंधरा में कांग्रेस कामयाब नहीं होसकी और सीमा आंधरा में वाई एस आर कांग्रेस पार्टी मजबुत‌ होचुकी है और अलग तेलंगाना के नारे पर तेलंगाना के तमाम उपचुनावों में टी आर ऐस कामयाब होरही है। तेलंगाना के कांग्रेस लिडर‌ भी तेलंगाना का नारा लगा रहे हैं लेकिन‌ सीमा आंधरा लिडरों के मुख़ालिफ़ तेलंगाना ब्यानात से कांग्रेस पर से तेलंगाना लोगों का एतिमाद ख़त्म‌ होरहा है।

केन्द्रीय मंत्री और आंधरा प्रदेश कांग्रेस उमूर मिस्टर वायलार रवी ने आज कांग्रेस के एमपी मिस्टर के ऐस राउ की क़ियामगाह पर सीमा आंधरा के लिडरों से मुलाक़ात की और तेलंगाना लिडरों ने केन्द्रीय मंत्री मिस्टर एस जय‌ पाल रेड्डी की क़ियामगाह पहुंच कर उन से मुलाक़ात की और सीमा आंधरा और तेलंगाना के कांग्रेस लिडर‌ अपने अपने मौक़िफ़ पर अटल हैं। कांग्रेस पार्टी हाईकमान कोई मुनासिब हल तलाश करते हुए दोनों इलाक़ों के लिडरों को मुतमइन करने की कोशिश कर रही है।