कांग्रेस क़ाइद और मर्कज़ी वज़ीर फयनेन्स परनब मुकर्जी के फ़र्ज़ंद ( बेटे) अभीजीत मुकर्जी ने आज इस बात को बद बख्ताना बताया कि इनकी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जोकि कांग्रेस की हलीफ़ (दोस्त) है, मग़रिबी बंगाल में बलदी इंतेख़ाबात (नगर पालिका/नगर निगम चुनाव) में एक दूसरे के हरीफ़ ( प्रतिद्वंद्वी) हैं।
अभीजीत मुकर्जी जो कि मग़रिबी बंगाल के बीरभम ज़िला से कांग्रेस के रुकन (सदस्य) असेंबली हैं , ने पी टी आई को बताया कि ये अमर बदबख्ताना है कि दोनों जमातें एक दूसरे के ख़िलाफ़ सफ़ आरा हैं और ये वाज़िह नहीं है कि वोटों की तक़सीम का किसको फ़ायदा होगा।
वो अपने पार्टी उम्मीदवारों के लिए चलाई जाने वाली इंतिख़ाबी मुहिम (चुनाव प्रचार) के दौरान इन ख़्यालात का इज़हार कर रहे थे। वो नलहटी बलदी इंतिख़ाबात में पार्टी उम्मीदवारों के इंतिख़ाबी मुहिम चला रहे थे। इस सवाल पर कि आया नलहटी में बलदी इंतिख़ाबात के लिए किसी से कोई मुफ़ाहमत (फैसला/ समझौता होगा) होगी।
उन्होंने कहा कि नताइज के ऐलान के बाद की सूरत-ए-हाल पर इस बात का दार-ओ-मदार होगा। इंतिख़ाबी मुहिम के दौरान तृणमूल कांग्रेस क़ाइदीन की जानिब से उन पर शख़्सी हमलों के बारे में किए गए सवाल पर अभीजीत मुकर्जी ने कहा कि हर कोई उनके ख़िलाफ़ किए गए बरताव से वाक़िफ़ है जबकि इन का बरताव इन का ज़र्फ़ है उन्हें इस से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस बलदिया के तमाम पंद्रह वार्डस में एक दूसरे के ख़िलाफ़ इंतिख़ाबात में सफ़ आरा हैं। पिछले बलदी इंतेख़ाबात ( नगर पालिका चुनाव) में कांग्रेस ने 15 बलदी हलक़ों में से 11 पर क़ब्ज़ा कर लिया था। ताहम लोक सभा इंतेख़ाबात के बाद 9 कांग्रेस कौंसलर्स बिशमोल सदर नशीन बबलोब ओझा ने तृणमूल कांग्रेस में शमूलीयत इख्तेयार कर ली थी और इस की वजह तृणमूल कांग्रेस को तक़वियत (मदद/ सहारा) हासिल हो गई थी।