तेलंगाना हुकूमत ने कांग्रेस दौरे हुकूमत की आदर्श रैतू स्कीम को ख़त्म कर दिया है क्यूंकि इस स्कीम के तहत मुंतख़ब किए गए किसान शराइत के एतबार से अहल नहीं थे।
असेंबली में वज़ीर ज़राअत पोचाराम सिरे निवास रेड्डी ने वक्फ़ा सवालात के दौरान कांग्रेस के टी जीवन रेड्डी के सवाल पर बताया कि कांग्रेस ने मिसाली किसान के इंतिख़ाब के लिए इस स्कीम का आग़ाज़ किया था लेकिन कई मुक़ामात पर किसानों के नाम पर ऑटो ड्राईवर्स, ठेला बंडी रां और पान शाप होल्डर्स को किसान की तरह शामिल किया गया।
स्कीम में शराइत की ख़िलाफ़वर्ज़ी और बेक़ाईदगियों को देखते हुए टी आर एस हुकूमत ने मुकम्मल स्कीम को ही बरख़ास्त करने का फैसला किया है। उन्हों ने कहा कि मिसाली किसान की ज़िम्मेदारी थी कि वो ज़राअत के सिलसिले में दीगर किसानों की रहनुमाई करे लेकिन जिन अफ़राद का किसान की हैसियत से इंतिख़ाब किया गया, उन का ज़राअत से कोई ताल्लुक़ नहीं था और ना ही वो शराइत की तकमील कर रहे थे।
वज़ीरे ज़राअत ने कहा कि नलगोन्डा में 90 लाख 85 हज़ार के बकायाजात की इजराई बाक़ी है जबकि करीमनगर में 78 लाख 99 हज़ार और महबूबनगर में दो करोड़, दो लाख 33 हज़ार रुपये की इजराई अभी बाक़ी है। बजट की मंज़ूरी के बाद ये बकायाजात जारी कर दिए जाएंगे।