कांग्रेस धोका और फ़रेब का दूसरा नाम

हैदराबाद 8 मार्च (सियासत न्यूज़) सिटी तेलुगु देशम के आर्गेनाईज़िंग सेक्रेट्री अली बिन सईद ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत के अक़लीयती बजट से अक़लीयतों को कोई उम्मीद वाबस्ता नहीं है। धोका और फ़रेब का दूसरा नाम कांग्रेस है।

गुज़िश्ता साल के अक़लीयती बजट के 122 करोड़ अब तक जारी नहीं किए गए, जिस से ये अंदाज़ा होता है कि कांग्रेस अक़लीयतों बिलख़ुसूस मुसलमानों से कितनी हमदर्दी रखती है और उन की तरक़्क़ी और बहबूद के लिए कितनी संजीदा है।

सईद ने कहा कि सदर तेलुगु देशम चंद्रा बाबू नायडू ने अमली इक़दामात करते हुए अक़लीयतों के साथ अपनी दिलचस्पी का सबूत दिया था, जब कि कांग्रेस हुकूमत झूटे वाअदे, त्यक्कुनात और बुलंद बाँग दावे करके अक़लीयतों की ताईद हासिल करने में कामयाब हुई, मगर अपने वादों को पूरा करने में यकसर नाकाम हो गई।

उन्हों ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत का अक़लीयती बजट खोदा पहाड़ निकला चूहा के मुतरादिफ़ है। सईद ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत की रियासत और मर्कज़ में उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और अब कांग्रेस हुकूमत बिस्तरे मर्ग पर आख़िरी सांस ले रही है।

उन्हों ने कहा कि रियासत में जब भी इंतिख़ाबात होंगे, तेलुगु देशम भारी अक्सरीयत से कामयाबी हासिल करेगी और कांग्रेस हुकूमत में अक़लीयतों बिलख़ुसूस मुसलमानों की जो हक़ तल्फी हुई है, उस को दूर करते हुए नए दौर का आग़ाज़ होगा।