तक़सीम रियासत को अवाम क़बूल करने के लिए तैयार नहीं , एज़ाज़ी सदर वाई एस आर सी पी विजय अम्मां
वाई एस आर कांग्रेस पार्टी की एज़ाज़ी सदर मिसिज़ विजय अम्मां ने कहा कि रियासत की तक़सीम को अवाम क़बूल करने के लिये तैयार नहीं है लिहाज़ा मर्कज़ी हुकूमत और कांग्रेस पार्टी तेलंगाना के फैसले से फ़ौरी दसतबरदारी इख़तियार करते हुए रियासत को मुत्तहिद रखें। सेक्रेट इम्पलाइज़ की तरफ से दिल्ली के जंतर मंतर पर मुत्तहदा रियासत की ताईद में मुनाक़िदा एहतेजाजी धरने से ख़िताब करते हुए मिसिज़ विजय अम्मां ने कहा कि तेलंगाना और सीमा आंध्र के अवाम आपस में भाई बन्धू की तरह रहते हैं सिर्फ़ सियासी मुफ़ादात की ख़ातिर रियासत को तक़सीम करना मुनासिब नहीं है।
कांग्रेस और यू पी ए की तरफ से तेलंगाना रियासत तशकील देने का ऐलान करने के बाद 60 दिन से उसकी मुख़ालिफ़त करते हुए सीमा आंध्र के 13 अज़ला में बड़े पैमाने पर एहतेजाज कररहे हैं। रियासत को मुत्तहिद रखने का मुतालिबा करते हुए तनख़्वाहें हासिल किए बगैर 2 माह से सरकारी इम्पलाइज़ एहतेजाज कर रहे हैं । उन्होंने यू पी ए हुकूमत पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए कहा कि रियासत के अवाम को एतिमाद में लिये बगैर तेलंगाना रियासत तशकील देने का यकतरफ़ा फैसला किया गया है।
कांग्रेस ने जो फैसला किया है इससे सीमा आंध्र में आम ज़िंदगी मफ़लूज होगई है मगर अफ़सोस इस बात का है कि हुकमरान कांग्रेस इतने बड़े अवामी एहतेजाज को नज़रअंदाज कररही है। उन्होंने कहा कि सी डब्ल्यू सी के फैसले से क़बल चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी मुत्तहदा आंध्र प्रदेश को बरक़रार रखने के लिये ठोस नुमाइंदगी करने में नाकाम होगए हैं। तक़सीम का फैसला होजाने के बाद उसकी मुख़ालिफ़त करते हुए ड्रामा बाज़ी कररहे हैं कांग्रेस और तेलुगुदेशम की जानिब से किसी एक ने भी अपने ओहदों की क़ुर्बानी नहीं दी है। ताहम नई पार्टी तशकील दे कर एहतेजाज करने के इशारे देने का इल्ज़ाम आइद किया।
वाई एस आर कांग्रेस पार्टी वाहिद जमात है जिस ने सी डब्ल्यू सी का फैसला होने से क़बल इस के सारे अवामी मुंतख़ब नुमाइंदे मुत्तहदा आंध्र की ताईद में मुस्ताफ़ी होचुके हैं और वाई एस आर कांग्रेस पार्टी मर्कज़ को मकतूब रवाना करते हुए रियासत को मुत्तहदा रखने का मुतालिबा करचुकी है। मिसिज़ विजय अम्मां ने कहा कि सदर तेलुगुदेशम पार्टी मिस्टर इन चंद्रा बाबू नायडू की तरफ से अलहदा तेलंगाना रियासत की ताईद में मकतूब पेश करने के बाद ही ये सूरत-ए-हाल पैदा होने का दावा किया।
उन्होंने मर्कज़ और कांग्रेस से तामिलनाडू और कर्नाटक को क्यों तक़सीम ना करने की वजह दरयाफ़त की। तेलुगू अवाम को एक मुनज़्ज़म साज़िश के तहत तक़सीम करने की कोशिश करने का इल्ज़ाम आइद किया। कांग्रेस और तेलुगुदेशम को सबक़ सिखाने का अवाम को मश्वरा दिया। हैदराबाद से चले जाने की धमकी देने वालों पर सख़्त एतराज़ करते हुए कहा कि हैदराबाद पर रियासत के तीनों इलाक़ों के अवाम का मुसावी हक़ है। एंटोनी कमेटी बे फ़ैज़ है इस से कोई इंसाफ़ की उम्मीद भी नहीं है। रियासत की तक़सीम से पानी , मुलाज़मत , तालीम के अलावा दीगर मसाइल पैदा होने का दावा किया।।