सहरसा (बिहार) । 4 । अप्रैल (पी टी आई) जनता दल (यूनाइटेड) के सदर शरद यादव ने आज उन कयास आराईयों को मुस्तरद कर दिया कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ अपने इत्तिहाद को मुस्तहकम बना रही है। उन्होंने कहा कि 2014 के लोक सभा इंतेख़ाबात से पहले यह बाद में एसा कोई इमकान नहीं है।
2014 के आम इंतेख़ाबात से पहले यह इसके बाद भी जे डी यू और कांग्रेस के दरमियान इत्तिहाद मुम्किन नहीं। वो पी टी आई से बात चीत कर रहे थे, उन्होंने कहा कि वो एसा कोई इमकान नहीं देख रहे हैं, ना अब और ना आइन्दा आम इंतेख़ाबात के बाद शरद यादव अपने पारलीमानी हल्क़ा-ए-इंतख़ाब माध़्य पूरा के दो रोज़ा दौरा पर आए हुए हैं, इनका ये तबसरा नुमायां अहमियत रखता है क्योंकी कांग्रेस चीफ मिनिस्टर बिहार नितेश कुमार को तरग़ीब दे रही है और उनको तीक़न दे रही है कि बिहार की उमंगों की तकमील केलिए रियासतों को ख़ुसूसी मौक़िफ़ अता करने की बुनियादों का दुबारा जायज़ा लिया जाएगा ।
शरद यादव ने कहा कि उनकी पार्टी के नुक़्ता-ए-नज़र से चीफ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी बी जे पी के वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार की हैसियत से इस दौर में सब से आगे हैं। इस सिलसिले में हलीफ़ों के दरमियान मुशावरत और मुबाहिस का सिलसिला जारी है।
आइन्दा आम इंतेख़ाबात से क़बल वक़्त आने पर इस का फैसला करलिया जाएगा । बी जे पी पारलीमानी बोर्ड में मोदी की शमूलीयत और इस तरह उन के मर्तबा में मज़ीद इज़ाफ़ा के बारे में सवाल करने पर सदर जे डी यू ने कहा कि ये उन का अंदरूनी मामला है। बी जे पी एन डी ए की अहम हलीफ़ पार्टी है लेकिन अपने दाख़िली मामलात में मुकम्मल तौर पर आज़ादी रखती है।
शरद यादव ने कांग्रेस ज़ेर क़ियादत यू पी ए हुकूमत पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि मुलक की मौजूदा मआशी हालत केलिए वही ज़िम्मेदार है। उसकी वजह यू पी ए की दूसरी मीआद का नाक़िस इंतिज़ाम है। कोई बड़ी सरमाया कारी हिन्दुस्तान के सनअती शोबा में बैरूनी ममालिक की जानिब से नहीं की गई। यहां तक कि मर्कज़ की मख़लूत हुकूमत जिन कसीर ब्रांड रीटेल कंपनियों पर मआशी तरक़्क़ी में इज़ाफ़ा केलिए इन्हिसार कर रही थी, वो भी हुकूमत की तवक़्क़ुआत पूरा नहीं करसके।