कांग्रेस हाईकमान हैदराबाद दारुल हुकूमत के साथ 10 अज़ला पर मुश्तमिल तेलंगाना रियासत के क़ियाम के अपने फ़ैसला पर क़ायम है और रॉयल तेलंगाना की तशकील जैसी कोई तजवीज़ मर्कज़ के ज़ेरे ग़ौर नहीं है। कांग्रेस के रुक्न क़ानूनसाज़ कौंसिल जनाब मुहम्मद अली शब्बीर ने आज ये इन्किशाफ़ किया।
वो अलैहदा तेलंगाना के क़ियाम के सिलसिला में हाईकमान और तेलंगाना क़ाइदीन के दरमयान राबिताकार की हैसियत से काम कर रहे हैं। ए आई सी सी जेनरल सेक्रेट्री दिग विजए सिंह और ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स में शामिल वुज़रा तेलंगाना से मुताल्लिक़ किसी भी मसअले के सिलसिले में तेलंगाना क़ाइदीन की राय हासिल करने मुहम्मद अली शब्बीर की ख़िदमात हासिल कर रहे हैं।
मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी और यू पी ए राबिता कमेटी ने 10 अज़ला पर मुश्तमिल तेलंगाना रियासत के हक़ में जो क़रारदाद मंज़ूर की है उसी पर अमल किया जाएगा।
ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स इन ही ख़ुतूत पर काम कर रहा है। उन्हों ने बताया कि रॉयल सीमा के अज़ला कुरनूल और अनंतपूर को शामिल करते हुए रॉयल तेलंगाना की तजवीज़ ज़ेरे ग़ौर नहीं।
मुहम्मद अली शब्बीर ने वज़ाहत की कि मर्कज़ी हुकूमत हैदराबाद को मर्कज़ी ज़ेरे इंतेज़ाम इलाक़ा या फिर मुस्तक़िल तौर पर दोनों रियास्तों का दारुल हुकूमत क़रार नहीं देगी। कांग्रेस और मर्कज़ी हुकूमत के फ़ैसला के मुताबिक़ हैदराबाद को 10 बरसों के लिए दोनों रियास्तों का मुशतर्का दारुल हुकूमत रखा जाएगा और इस मुद्दत के दौरान सीमा आंध्र रियासत के नए दारुल हुकूमत के क़ियाम का अमल मुकम्मल कर लिया जाएगा।