कांस्टेबल अबदुलक़दीर की जेल से रिहाई

हैदराबाद 30 मार्च: हुकूमत तेलंगाना ने 251 क़ैदीयों को रिहा कर दिया जिनमें साबिक़ कांस्टेबल अबदुलक़दीर भी शामिल हैं। महिकमा महाबस की तरफ से जारी करदा आलामीया के बमूजब पिछ्ले दिन महिकमा महाबस में 26 जनवरी 2016 को जिन क़ैदीयों की रिहाई का फ़ैसला किया था उन्हें रिहा कर दिया गया।

रियासत के मुख़्तलिफ़ अज़ला की जेलों में सज़ाए उम्र क़ैद गुज़ार रहे क़ैदीयों को उनके बेहतरीन किरदार और आदात-ओ-अत्वार में सुधार को देखते हुए रिहा करने के अहकामात जारी किए गए थे। साबिक़ कांस्टेबल अबदुलक़दीर 25 साल तीन माह क़ैद में गुज़ारने के बाद मुस्तक़िल तौर पर रिहा हो गए।

जेल से रिहाई के साथ ही वो सीधे दफ़्तर सियासत पहूंचे और ज़ाहिद अली ख़ां से मुलाक़ात करते हुए इदारा सियासत की काविशों पर इज़हारे तशक्कुर किया और कहा कि मेरी रिहाई की कोशिशों में कामयाबी के हक़ीक़ी हक़दार एडिटर सियासत हैं।

उन्होंने इस मौके पर चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌, डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली के अलावा वज़ीर-ए-दाख़िला एन नरसिम्हा रेड्डी का भी शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि पिछ्ले 25 बरसों के दौरान उन्होंने जो क़ैद-ओ-बंद की ज़िंदगी गुज़ारी है इस से आज टीआरएस दौरे हुकूमत में नजात हासिल हुई है।

25 बरसों के दौरान मुहम्मद अबदुलक़दीर ने कई मर्तबा पेरोल पर रिहाई हासिल की थी लेकिन आज मुस्तक़िल तौर पर रिहाई के बाद उनके घर में बरसों बाद ख़ुशीयों का माहौल देखा गया। ज़ाहिद अली ख़ां एडिटर रोज़नामा सियासत से मुलाक़ात के दौरान अबदुलक़दीर ने जस्टिस मारकंडे काटजू से फ़ोन पर बातचीत करते हुए उनसे भी इज़हारे तशक्कुर किया और कहा कि उनके चीफ़ मिनिस्टर्स को मक्तुबात के सबब ही रिहाई मुम्किन हो पाई है।

अबदुलक़दीर ने ज़ाहिद अली ख़ां और इदारा सियासत की ख़िदमात की सताइश करते हुए कहा कि इदारा सियासत मिल्लत मज़लोमा की जो ख़ामोश ख़िदमात अंजाम दे रहा है वो नाक़ाबिल फ़रामोश हैं। उन्होंने बताया कि 25 साला क़ैद-ओ-बंद की ज़िंदगी में उन्होंने बहुत कुछ देखा और सीखा है लेकिन इन 25 बरसों के दौरान इदारा सियासत से उनकी अटूट वाबस्तगी रही है।

अबदुलक़दीर ने बताया कि रिहाई के लिए कोशिशें करने पर वो इदारा सियासत के बेहद ममनून-ओ-मशकूर हैं क्युं कि इदारा सियासत खास्कर ज़ाहिद अली ख़ां की तरफ से मुतअद्दिद मर्तबा मुख़्तलिफ़ चीफ़ मिनिस्टर्स को मकतूब तहरीर करते हुए उनकी रिहाई के लिए नुमाइंदगी की गई थी।

वाज़िह रहे कि जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने शख़्सी तौर पर वाई एसराज शेखर रेड्डी , के रोशिया , एन किरण कुमार रेड्डी और मौजूदा चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ को भी मकतूब रवाना करते हुए अबदुलक़दीर की रिहाई की अपील की थी और इस बात पर तवज्जा दिलवाई गई थी कि अब जबकि अबदुलक़दीर अपने एक पैर से महरूम हो चुके हैं उन्हें मज़ीद क़ैद-ओ-बंद में रखना इन्साफ़ के तक़ाज़ों के खिलाफ है।