लखनऊ । अयोध्या कांड के दौरान पुलिस कार्रवाई में 16 कारसेवकों को गोली मारे जाने को लेकर सपा मुखिया मुलायम सिंह के बयान को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बारे में सपा सरकार के वरिष्ठ काबिना मंत्री आज़म खान द्वारा सफाई देने के बाद भी इसमें कमी नहीं आई है। विशेष कर हिंदूवादी संगठन इस मुद्दे पर अधिक आग बबूला हैं। अब एक अनाम संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने भी मुलायम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
संगठन के नेता रईस खान ने लखनऊ के हज़रतगंज थाने में तहरीर देकर सपा मुखिया की गिरफ़्तारी की मांग की है। बता दें कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने 27 अगस्त को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपने ऊपर लिखी गई पुस्तक के विमोचन समारोह को सम्बोधित करते हुए अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलाने का जिक्र किया था। उनका कहना था कि अगर अयोध्या गोलीकांड में 16 के बजाय 30 कार सेवक भी मरते तब भी वो पीछे नहीं हटते। ऐसा नहीं करने पर मुसलमानों का देश पर से विश्वाश उठ जाता।
इस बयान के आने के बाद से सूबे का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। खासकर हिन्दूवादी संगठन और संघ परिवार मुलायम को घेरने में लगा है। संघ परिवार का मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले इंद्रेश मुलायम पर आपत्तिजनक बयान भी दे चुके हैं। मुलायम सिंह को हत्यारा बताते हुए उन्होंने न्यायालयों एवं मानवाधिकार संगठनों से उनपर मुकदमा चलाने की अपील की थी।इस अपील का असर कहें या सियासी चाल विवाद में राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के नेता रईस खान भी कूद पड़े हैं। उनका कहना है कि मुलायम के बयान से साफ होता है कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर उठे बवाल पर तब के मुख्यमंत्री मुलायम के कहने पर कारसेवकों पर गोलियां चलाई गई थीं। जिसमें कई लोग मारे गए थे। लिहाजा इस बयान को आधार बनाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हालाँकि इस बारे में मुलायम सिंह की तरफ से आज़म खान सफाई दे चुके हैं कि कार सेवकों पर मुलायन ने नहीं। उस वक़्त घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने अपने विवेक से गोली चलाने का निर्णय लिया था।
लखनऊ से एम ए हाशमी