कारी नुरुल हसन स्कूल में तालीमी इजलास

इमरते शरिया के क़ाज़ी नुरुल हसन मेमोरियल स्कूल के जेरे एहतेमाम तालीमी इजलास से मुनक्कीद हुया। जिसमें तलबा व तालिबात के इलावा गार्जियन भी शरीक हुये। इस मौके पीआर मौलाना अनिशुर्राहमान ने खा की दिनी व अशरी तालीम को फ़रोग देने के मक़सद से क़ाज़ी नुरुल हसन मेमोरिया स्कूल का क़याम अमल में आया और वो अपनी मंज़िल की जानिब है। स्कूल के सेक्रेटरी मौलाना शुहेल अहमद नदवी ने तलबा को नसीहत की। प्रोफेसर शकील अहमद कासमी सदर शोबा उर्दू ओरिएंटल कॉलेज ने खा की तालीमी मुजाहिरा से मैंने बछों के अंदर महसूस की वो उनकी उम्दा तालीम व तरबियत का मुजाहिरा है हमें एहसास मुकतरी में मुब्तिला नहीं होती, अभी सेंट्रल बोर्ड ने देहली के कुछ स्कूलों को उनके उम्दा करकरदगी की बुनियाद पर मंजूरी दी जो टेंट में चल रहे हैं।
मौलाना वासी अहमद कासमी ने कहा की आज हमारी हालत बेकसी की नहीं बे हसी की है, हम लोग तालीम की तरफ तवज्जो नहीं दे रहे हैं, अपने बच्चों को ब मक़सद तालीम दिलाने की फिक्र करनी चाहिए। स्कूल के बच्चों ने उर्दू हिन्दी इंग्लिश में तकरीरें क़ौमी तराने हमद व नात पेश किए। पराइमरी दरजात में सुहानी परवीन 95 फीसद नंबर के साथ और ऊंचे दरजात में ताहिरा खातून 90 फीसद नंबरात के साथ आव्वल पोजीशन हासिल की, हज़रत नाज़िम साहब और दीगर मुआजिज़ मेहमान के दस्त मुबारक से जुमला दरजात में अव्वल दोम सोम पोजीशन हासिल करने वाले तल्बा इनामात से नवाजे गए।