नई दिल्ली: दिल्ली में चार साल गुजरने के एक दिन पहले एक कार में 20 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार का वाक़िया फिर से दिल्ली की जनता के ग़म-ओ-ग़ुस्से का कारण बना जुमा के रोज़ सिटी पुलिस ने कहा कि 20 वर्षीय महिला की राजधानी दिल्ली में लिफ्ट देने के बहाने एक कयाब ड्राइवर ने बलात्कार किया।
चालक को गिरफ्तार करलिगया इस घटना के बाद वर्ष 2012 में पेश आए बेरहम सामूहिक बलात्कार की घटना की याद ताजा हो गई जिसमें एक 23 वर्षीय लड़की की चलती बस में छह लोगों ने बलात्कार किया था जो तेरह दिन बाद सिंगापुर में इलाज के दौरान मर गई 20 वर्षीय लड़की पर हमले के साथ ही राजनीतिक हलकों में भी गहमा गहमी शुरू हो गई।
दिल्ली मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और एल टी नजीब जंग को जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर महिलाओं की तहफूज को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया केजरीवाल ने टवीट करके कहा कि ” एलजी और पीएमओ दिल्ली में महिला की हिफाज़त को लेकर राजनीति कर रहे हैं। एलजी ने डीसी डब्ल्यू (दिल्ली कमीशन फॉर वीमेन) में काम करने वालों की वेतन रोक दिया। और उनके तहत पुलिस बदउनवान और ग़ैर कारगरद हो गई है।”
‘आप’ के राष्ट्रीय कन्वेनर का यह बयान उस समय सामने आया जब नोडिया की रहने वाली एक महिला बुधवार को दिल्ली में मुलाज़मत की तलाश के लिए पहुंची और एक 30 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर अमान जो टैक्सी किराए पर लेकर चलाता है ने लिफ्ट देने के बहाने कार में इसी के साथ बलात्कार कीया कार के आईने पर वज़ारत उमूर दाख़िला का स्टीकर भी चस्पाँ है। तीस वर्षीय इस्मत रेज़ी आरोपि मोतीबाग सल्लम जुनूबी दिल्ली का साकिन है। जिसे गुरुवार दोपहर में ही पुलिस ने उसके घर से हिरासत में ले लिया था और कार भी जब्त कर ली गई