नई दिल्ली, 19 अक्टूबर, ( पी टी आई) इलेक्शन कमीशन मुल़्क की पाँच रियास्तों में आने वाले असेम्बली इंतिख़ाबात के दौरान काले धन के काले धन के इस्तेमाल को रोकने इलेक्शन कमीशन के इक़दामात पर ज़बरदस्त रोक लगाएगा।
चीफ़ इलेक्शन कमिशनर वाई ऐस क़ुरैशी ने आज यहां कहा कि इंतिख़ाबात के दौरान गै़रक़ानूनी रुकमी मुंतक़ली और फ़राहमी पर नज़र रखने केलिए सख़्त तरीन इक़दामात किए जा रहे हैं। उन्हों ने आने वाले असेम्बली इंतिख़ाबात के दौरान काले धन के ख़िलाफ़ शिकंजा कसने का फ़ैसला किया है।
इंतिख़ाबी मसारिफ़ पर सयासी पार्टीयों केलिए एक वर्कशॉप के बाद उन्हों ने बताया कि इलेक्शन कमीशन ने इंतिख़ाबात में गै़रक़ानूनी रुकमी मुआमलतों और उन की फ़राहमी या फंड्स की मुंतक़ली पर कड़ी नज़र रखी जाएगी।
गुज़श्ता साल बिहार में असैंबली इंतिख़ाबात के तजुर्बात से गुज़रने के बाद अब मज़ीद इक़दामात पर ग़ौर किया गया है।
तमिलनाडु और मग़रिबी बंगाल जैसी दीगर रियास्तों में भी हाल ही में इंतिख़ाबात हुए थे चीफ़ इलेक्शन कमिशनर ने कहा है कि सयासी पार्टीयों को चाहीए कि वो तमाम सतहों पर अपने कैडरस को तर्बीयत दें और ख़िलाफ़ वरज़ीयों के ताल्लुक़ से इलेक्शन कमीशन की मुक़र्रर करदा हिदायात पर अमल करें।
इंतिख़ाबात के दौरान इलैक्शन कमिशनर ने जो रहनुमा या ना ख़ुतूत वज़ा किए हैं इस पर सख़्ती से पाबंदी करें ताकि ख़िलाफ़ वरज़ीयों के वाक़ियात को कम से कम किया जा सकी। क़ौमी और रियास्ती सतह पर उस वक़्त जुमला 58 सयासी नुमाइंदा पार्टीयां हैं, इन में उत्तरप्रदेश, पंजाब, गोवा और मणिपुर की सयासी पार्टीयों ने वर्कशॉप में हिस्सा लिया।
उन्होंने ये भी कहा कि सयासी पार्टीयों इंतिख़ाबी मसारिफ़ पर अज़खु़द अहितराज़ करना चाहिये। चीफ़ इलेक्शन कमिशनर एस वाई क़ुरैशी जिन के हमराह दीगर दो इलेक्शन कमिशनर एन वे ऐस संपत और ऐच ऐस ब्रह्मा भी थे, कहा कि गुज़शता साल अक्टूबर में उन के हेडक्वार्टर पर मुनाक़िदा कल जमाती इजलास के दौरान पार्टी क़ाइदीन ने अज़ ख़ुद कमीशन से कहा था कि वो इंतिख़ाबात में दौलत की ताक़त और पेड न्यूज़ की लानत को ख़तम करने के इक़दामात करें।