चेन्नई, ०५ अक्टूबर ( पी टी आई) दरयाए कावेरी (Cauvery River) के पानी को रियासत तमिलनाडू को सरबराह किए जाने के ख़िलाफ़ कर्नाटक में किसानों का शदीद एहतिजाज ( विरोध) जारी है और इस पस मंत्र में मर्कज़ी टीम ने हुकूमत तमिलनाडू से तफ़सीली तबादला-ए-ख़्याल किया और कहा कि टीम मर्कज़ को अपनी रिपोर्ट अंदरून चार यौम ( चार दिन के अंदर) पेश कर देगी ।
टीम की क़ियादत मर्कज़ी आबी वसाइल (Secretary, Union Ministry of Water Resources, and Director of the Central Water Commission) के सेक्रेटरी डी वी सिंह ने की और उन्होंने तमिलनाडू के चीफ़ सेक्रेटरी देबिंदर नाथ सारंगी और दीगर से दरयाए कावेरी की आबी सतह और इस के ज़रीया सींचे जाने वाली फ़सल के मौक़िफ़ पर तबादुल ख़्याल किया ।
मज़कूरा ( उक़्त) टीम अपने दौरा प्रोग्राम के तहत कर्नाटक का भी दौरा करेगी । याद रहे कि किसानों के एहतिजाज में शिद्दत के बाद टीम का दौरा नागुज़ीर ( दुर्लभ) हो गया था । किसान गुज़शता चार यौम से रियासत तमिलनाडू को 9000 कीवज़कस पानी सरबराह किए जाने के ख़िलाफ़ एहतिजाज कर रहे हैं ।
हुकूमत कर्नाटक ने सुप्रीम कोर्ट के हुक्मनामा के बाद पानी की सरबराही शुरू की थी क्योंकि अदालत ने भी वज़ीर-ए-आज़म की क़ियादत वाली कावेरी रीवर अथॉरीटी की 19सितंबर को जारी की गई हिदायत पर अमल करने का हुक्मनामा जारी किया था जिसके लिए 15 अक्टूबर तक मोहलत दी गई है ।