किंगफिशर एयर लाईंस में पायलेट्स और दीगर ( दूसरे) स्टाफ़ को तनख़्वाहों की अदमे अदायगी और दीगर मसाइल ( दूसरी समस्याओं) से पैदा हुए बोहरान ( संकटों) की यकसूई (निवारण) के लिए एयर लाईंस इंतिज़ामीया ने मुलाज़मीन ( सेवको) के साथ इजलास ( सभा) के इनइक़ाद ( आयोजन) का फ़ैसला किया है ।
दरीं असना ( यद्वपी) कैप्टेन राजेश छोडा ने एयर लाईंस मुलाज़मीन ( Workers/ सेवको) से मुलाक़ात के बाद अख़बारी नुमाइंदों ( पत्रकारों) से बात करते हुए कहा कि हम ये मुतालिबा कर रहे हैं कि हमारी गुज़शता दो माह की तनख़्वाहों की फ़ौरी तौर पर अदायगी की जाय हालाँकि तनख़्वाहें माह फरवरी से वाजिब अलादा हैं ।
आज शाम हम चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव संजय अग्रवाल से मुलाक़ात करते हुए अपने मुतालिबात मनवाने दबाव डालेंगे । मिस्टर छोडा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि अर लाईंस की सरगर्मी हसब-ए-मामूल जारी रखना ही इनका मक़सद है । याद रहे कि क़ब्लअज़ीं पायलेट्स ,केबिन अमला ,इंजीनीयर्स और ज़मीनी अमला ने एयर लाईंस के दफ़्तर में इजलास मुनाक़िद किया था ।
याद रहे कि किंगफिशर एयर लाईंस के पायलेट्स गुज़शता दो माह से हड़ताल पर हैं जिस की वजह से यात्रीयों को शदीद मुश्किलात ( कठिनाइयों) का सामना है । दूसरी तरफ़ दीगर ख़ानगी ( अन्य निजी) एर लाईंस जैसे इंडीगो , स्पाइस जेट और दीगर ने सूरत-ए-हाल का फ़ायदा उठाते हुए किरायों में इज़ाफ़ा भी किया जिसका ख़मयाज़ा मुसाफ़िरों को भुगतना पड़ा ।
किंगफिशर की आज जिन परवाज़ों ( उड़ानो) को मंसूख़ ( रद्द) किया गया इन में मुंबई । चेन्नाई ,मुंबई । मैंगलोर और मुंबई । खजुराहो शामिल हैं ।