झारखंड सरकार रियासत के कमजोर लोगों के लिए वजीरे आला संगीन बीमारी मदद मंसूबा शुरू करेगी। इसी माह से यह लागू होगी। इसका फाइदा बीपीएल खानदान समेत 72 हजार रुपए तक सालाना आमदनी वाले तमाम लोगों को मिलेगा। बीपीएल फैमिली के लिए चल रही असाध्य बीमारी चिकित्सा सहायता मंसूबा के जगह पर इस नई मंसूबा की शुरुआत होगी। सेहत वज़ीर रामचंद्र चंद्रवंशी की सदारत में बनी कमेटी की तरफ से प्रपोज़ल पर मंजूरी के बाद फायनेंस महकमा और कानून महकमा ने भी मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही सेहत महकमा से नोटिफिकेशन जारी हो जाएगी।
सरकार ने कमजोर तबकों के लोगों की मदद के लिए संगीन बीमारियों की तादाद 17 से बढ़ाकर 85 करने का फैसला किया है। अस्पतालों की तादाद भी 29 से बढ़ाकर 44 करने का फैसला किया है।
पहले सिर्फ बीपीएल फैमिली को 17 बीमारियों के लिए मिलती थी मदद अब बीपीएल के साथ दूसरे कमजोर तबकों के लोगों को 85 संगीन बीमारियों के लिए मिलेगी मदद। इलाज के लिए तय अस्पतालों की तादाद भी 29 से बढ़ाकर 44 करने का हुआ है फैसला।
पहले ऐसे इलाज के लिए बीपीएल लाल कार्ड या 12 हजार सालाना आय का सर्टिफिकेट देना जरूरी था। मदद के लिए डीसी के पास दरख्वास्त करना होता था। अब सरकार ने इसका फाइदा 72 हजार तक सालाना आमदनी वाले मरीजों को देने का फैसला किया है। ऐसे मरीज अब अपने जिले के सिविल सर्जन से ही दरख्वास्त में साइन करा कर अहलियत हासिल कर सकते हैं। जिला लेवल पर एक कमेटी होगी, जिसमें सिविल सर्जन के साथ एक सामाजिक कारकुनान भी रहेगा।
गुजिशता साल असाध्य बीमारी चिकित्सा सहायता मंसूबा से गरीबों के इलाज पर 7 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। इस बार इस योजना में 60 करोड़ की तजवीज किया गया है।