लखनऊ, 03 अप्रैल: सीबीआई ने रियासती हुकूमत से प्रतापगढ़ के कुंडा सर्किल के सभी चार थानों में तैनात पुलिस मुलाज़्मीन के साथ ही जिले के एक और सीनीयर पुलिस आफीसर हटाने की सिफारिश की है।
हुकूमत सीबीआई की इस सिफारिश पर गौर कर रही है और इस पर जल्द कार्रवाई मुम्किन है। सीबीआई ने अपनी जांच में पाया है कि कुंडा सर्किल के सभी थानों में तैनात दरोगा से लेकर सिपाही तक साबिक वज़ीर राजा भैया या उनके करीबी जिले के दिग्गज राजनेताओं से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। और कई लोगों की इन राजनेताओं की सिफारिश पर ही तकर्रुरी हुई।
जांच में सामने आ चुका है कि राजा भैया व उनके हामियों से मुखालिफत रखने वालों की इलाके में कोई सुनवाई नहीं होती थी।
इस बात की शिकायत कामता प्रसाद पाल और ग्राम प्रधान नन्हें के घर वाले भी कर चुके हैं।
इतना ही नहीं जिस तरह से कुंडा पुलिस ने बलीपुर गांव में बवाल होने पर सीओ जियाउल हक को आगे कर मौके पर जाने के लिए हौसला अफ्ज़ाई की और जिस तरह मौके पर लड़ाई होने पर थानों के पुलिसअहलकार कोई न कोई बहाना बनाकर मौके पर नहीं पहुंचे व सीओ के साथ गए पुलिसअहलकार मौके से भाग निकले, उससे भी सीबीआई इलाकाई पुलिस के किरदार पर शक जताया है।
सीओ जियाउल हक की बीवी परवीन आजाद भी इन मुल्ज़िम पुलिसअहलकारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुकी है।
ज़राए बताते हैं कि पिछले दिनों जब सीबीआई की टीम ने कुंडा सर्किल के थानों में तैनात पुलिसअहलकारों से पूछताछ की थी तब भी उनके किरदार पर सवाल उठे थे।
सीबीआई ने तब भी उनके किरदार के बारे में रियासती हुकूमत को वाक़िफ कराया था। अब सीबीआई ने कुंडा सर्किल के चारों थानों में तैनात सभी पुलिस मुलाज़्मीन के साथ जिले में तैनात एक सीनीयर पुलिस आफीसर को हटाने को कहा है।
ज़राए के मुताबिक रियासती हुकूमत सीबीआई की इस सिफारिश पर संजीदगी से गौर कर रही है और एक-दो दिन में ही इस बाबत हुक्म भी जारी हो जाएंगे।
————-बशुक्रिया: अमर उजाला