नई दिल्ली: असहिष्णुता के मुद्दे पर अभिनेता आमिर खान के बयान से उठे विवाद के बीच संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं और कुछ गुमराह हैं। उन्होंने आमिर खान के बयान का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा, ‘कौन किस क्लास में आता है, मैं नहीं कहना चाहता है। कुछ लोग गलत चीजों का प्रचार कर रहे हैं और कुछ प्रोपेगण्डे की गिरफ्त में आ रहे हैं। मेरा सुझाव यह है कि भारत में स्थिति किसी भी दूसरे देश की स्थिति से बेहतर है। भारत में अधिक सहिष्णुता है। भारत के लोग सहिष्णु हैं।’
नायडू ने कहा कि जहां तक सवाल भारत सरकार का है, अभी तक उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। सरकार की ओर से कोई अत्याचार नहीं किया जा रहा है। सरकार की ओर से किसी पर कोई प्रतिबंध नहीं है, सरकार की ओर से किसी पर कोई दबाव नहीं है। मोदी सरकार विकास पर ध्यान दे रही है। हम अपना ध्यान विकास पर लगा रहे हैं और ये लोग विकास से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, बीजेपी देश के विभिन्न हिस्सों में उभरती राजनीतिक ताकत है और कुछ राजनीतिक दल बीजेपी को इनमें से कुछ राज्यों में क्षमतावान रूप में देख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हाल ही में हमारी सरकार आई है और सांप्रदायिक संघर्ष कम हुए हैं। नक्सलियों द्वारा निर्दोष लोगों की हत्या की घटनाएं घटी हैं। उत्पीड़न की घटनाएं भी कम हुई हैं।’ गौरतलब है कि आमिर खान एक बहस के केंद्र में हैं। सोमवार को उन्होंने पिछले छह से आठ महीनों के दौरान असहिष्णुता की बढ़ती घटना पर चिंता और निराशा व्यक्त की थी।
नायडू ने कहा, एमएम कलबुर्गी (हत्या) घटना कर्नाटक में हुई, जहां कांग्रेस सत्ता में है। जिम्मेदारी लेने की बजाय कांग्रेस ने इसका राजनीतिकरण कर दिया। दादरी घटना उत्तर प्रदेश में हुई, जहां कांग्रेस के मित्र समाजवादी पार्टी का शासन है। उन्होंने कहा, मैं उन्हें दोष देने की कोशिश नहीं कर रहा हूं, लेकिन यदि आप दोषारोपण का खेल खेलना चाहते हैं, तो आपको इसे स्वीकार करना होगा, क्योंकि यह उल्टा भारी पड़ेगा। वातावरण दूषित ना करें। समस्या को समझने और उसे हल करने का प्रयास करें।
दादरी में एक शख्स को पीट-पीट कर मार डालने की घटना का जिक्र करते हुए नायडू ने कहा कि कुछ छिटपुट घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। उन्होंने कहा, यह राज्य से जुड़े मुद्दे हैं। अब वे केंद्र पर दोषारोपण कर रहे हैं, क्योंकि वे नरेंद्र मोदी को वैश्विक नेता के रूप में उभरते हुए नहीं पचा पा रहे हैं। मोदी को बदनाम करने के लिए वे देश को भी बदनाम कर रहे हैं।